Kanpur-गांव के किनारे झाड़ियों मे लकड़बग्घे ने दिए तीन बच्चे.....

साढ़- गांव के पास झाड़ियों मे लकड़बग्घे ने दिए तीन बच्चे..?

:-साढ़ थाना क्षेत्र के बिरहर चौकी के असधना गांव मे दहशत.....

भीतरगांव। जनपद कानपुर नगर के साढ़ थाना क्षेत्र की पुलिस चौकी बिरहर के असधना गांव के पूर्व दिशा मे बस्ती से कुछ दूरी पर झाड़ियों के बीच मे एक मांद नुमा बना कर उसमे एक लकड़ब्घे के जोड़े ने तीन बच्चों को जन्म दिया है जब बच्चे पांच से छै दिन के हो गए और उनकी आंख खुल गयीं तो बच्चों ने अपने स्वभाव के अनुरूप इधर उधर उछलना कूदना शुरू कर दिया तभी गांव वालों की निगाह उन बच्चों मे पड़ गयी तभी किसी ने बच्चों की फोटो खींच ली इधर गांव वाले दहशत मे होते हुए छोटे बच्चों का घर से निकलना बंद करा दिया है लोगों का कहना है कि जंगली जानवर के जब बच्चे छोटे होते हैं तब वह और भी खतरनाक हो जाते है।
बताते चले कि भीतरगांव विकास खण्ड क्षेत्र के असधना गांव के किनारे भाठी बना कर एक लकड़बग्घे के जोड़े ने तीन बच्चों को जन्म दिया लोगों ने लकड़ बग्घे को बच्चों के साथ देखा तो जानकारी हुई अब लोग अपने बच्चों को घरों में पाबंद कर उस रास्ते से आवा गमन बंद कर दिया है असधना गांव निवासी गोपाल चंद्र ने बताया कि गांव के किनारे पूर्व दिशा की तरफ बगीचे की ओर एक कच्चा रास्ता जाता है उसी रास्ते के किनारे एक बांस की कोठी लगी हुई है इसी कोठी के पास से शुक्रवार की दोपहर एक जंगली जानवर को भागते देखा गया जिसकी पहचान लोगों ने लकड़बग्घे के रूप में की इसके बाद लोग कोठी के पास पहुंचे तो देखा कोठी के बीच झाड़ियों में एक गहरा गड्ढा बना हुआ था जिसमें लकड़बग्घे के तीन बच्चे आपस मे खेल रहे थे जिसके बाद लकड़बग्घा होने की चर्चा गांव में फैल गई और डर की वजह से लोगों ने बच्चों को घर से निकलने और उसे रास्ते पर जाने पर पाबंद कर दिया लोगों ने वन विभाग से लकङबग्घे और उसके बच्चों को पकड़ कर दूर जंगल छोड़ने की मांग की है वनरक्षक धीरज कुमार तिवारी ने बताया कि फिलहाल लकड़बग्घे से बच्चों को खतरा है इसके अलावा वह कुत्तों और मांस को अपना निवाला बनाता है जबकि युवा लोगों को विशेष खतरा नहीं होता है फिलहाल जंगली जानवर के जांच के बारे में टीम को लिखित रूप से भेजा गया है।