Bhitargaon-हाल-ए-दौलतपुर नर्वल गौशाला, गौशाला मे एक लीटर पानी भी नही.....Kpba

दौलतपुर नर्वल में गौशाला बना गोवंशों का श्मशान स्थल.......

:-प्यास से तड़प-तड़प कर मर रहे है गौवंश, एक लीटर भी पानी नही मिला गौशाला मे......

केपी बालाजी अवस्थी

भीतरगांव। प्रदेश सरकार जहां गोवंश को बचाने के लिए ग्राम पंचायतों के माध्यम से गौशाला बनवा कर और उनकी देख रेख के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है तो कहीं ग्राम पंचायत प्रधान व उनके सचिव की अन देखी के कारण गौशाला में कैद गोवंश प्यास और भूख के अलावा बीमारी के कारण तड़प तड़प काल के गाल में समा रहे है वहीं गौशाला में मौजूद केयर टेकर मृत गायों को अंतिम संस्कार तो दूर छूना भी पसंद नहीं कर रहे हैं जिसके चलते मृत गौ वंशी खुले आम गौशाला में पड़े नजर आ जाते हैं।
मामला भीतरगांव विकाश खण्ड के दौलतपुर नर्वल गौशाला का है पूरा मामला जहां रविवार को लगभग ग्यारह बजे जब हम पहुंचे तो वहां कोई केयर टेकर भी नहीं था स्थिति यह थी कि चालीस डिग्री तापमान से उपर चल रही गर्मी मे पूरे गौशाला मे एक लीटर पानी भी नही मिला कुछ गौवंश पानी को जीब से चाटते मिले यहा पर बनी पानी की टंकी तो पहले दिन से ही लीकेज है वहीं एक लाख बांवन हजार रुपए से निर्मित तालाब मे भी एक बूंद पानी नहीं है साथ ही लगे सब मर्शिबल पम्प की विद्युत तार मौके पर टूटा पड़ा था कुछ गौवंश जिंदगी और मौत की जंग लड़ते नजर आए कुछ गौवंशों को कड़ाके की धूप मे रस्सी से बांध रख्खा गया था जो ऐसी गर्मी मे सूखते जा रहे हैं केयर टेकर के न मिलने से गौशाला मे गौवंशों की संख्या भी नही मालूम हो सकी यहां ग्राम प्रधान गीता देवी एवं उनके सचिव अर्पित अवस्थी की देख रेख में गौशाला का संचालन किया जा रहा है गौशाला में ना तो हरे चारे का प्रबंध है और ना ही सूखे का यहां तक बीमार गायों को देखने के लिए कोई भी उचित व्यवस्था नहीं है।
तड़पती धूप में बीमार पड़ी कई गाय दम तोड़ने वाली हैं अगर हम बात गौशाला में केयर टेकर की देखरेख की करें तो गौशाला में गायों की देखने के लिए कई केयर टेकर रखे गए हैं परंतु हमारे पहुंचने पर वहां एक भी केयर टेकर नहीं मिला तो वही स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर एक चिकित्सक भी रखा गया है लेकिन मौके पर जब हमने जाकर देखा और गौशाला पहुंच कर हकीकत का जायजा लिया तो देखा कि मौके पर कई गाय ऐसी जगह पर पड़ी हुई थी जहां तपती धूप ना पानी की व्यवस्था थी जहा अचेत अवस्था में दो गाय पड़ी हुई है जो तड़प तड़प कर प्यास से परेशान दिख रही थी लेकिन वह गाय सायद ही उठ कर खड़ी हों पांएं वह बहुत जल्द ही तड़प तड़प पर दम तोड़ देंगी।
इस सम्बंध मे बीडीओ भीतरगांव निशांत राय से बात करने की कोशिस की गयी तो उनका फोन ही नही लगा जिसके बाद सीडीओ दीक्षा जैन से बात की गयी और गौशाले की पूरी स्थिति से अवगत कराया तो उन्होने जांच कर कार्यवाही की बात कही है बात करने की वजह एक और रही कि लोग रिपोर्टरों को उगाही करने की बात कहते हुए बदनाम करते रहते है यह बात हमारे द्वारा सीडीओ से स्पस्ट रूप से कही गयी कि अगर ग्राम प्रधान अथवा सचिव से बात की जाती है तो वह लोग उगाही की बात कहते हुए रिपोर्टर को बदनाम करने की कोशिस शुरू कर देते है।