पांच बार थाने पर बुलाकर तीन बार तहरीर बदलवाने के बाद भी मुकदमा दर्ज नही न्याय के लिए भटक रही हैं पीड़िता

कुशीनगरएसपी कुशीनगर को शिकायती पत्र देकर पीड़िता ने न्याय की मांग की है। प्रदेश सरकार ने महिला सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दिया है और इसे लेकर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को भी सजगता बरतने का भी सख्त हिदायत दिया गया हैं, पर नेबुआ नौरंगिया थानेदार के द्वारा सरकार के इस आदेश की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है।स्थानीय थानाक्षेत्र के मोती छपरा गांव निवासिनी पीड़िता ने बुधवार को एसपी कुशीनगर को एक शिकायती पत्र देकर आरोप लगाई है कि उनके ही गांव के रहने वाले सुकिल पुत्र अकलू के घर से किसी बात को लेकर 30 अप्रैल को दोपहर बाद वाद विवाद हो गया, जिसमे उन लोगो के द्वारा एकजुट होकर घर मे घुसकर तोड़फोड़ करके मारपीट किये, जिसमे उनके परिजनों को काफी चोटे आयी। दवा इलाज कराने के बाद दूसरे दिन मेडिकल रिपोर्ट के साथ स्थानीय थाने में शिकायती पत्र दिया गया। जिसमें थानेदार हमको पांच बार थाना पर बुला चुके हैं और तीन बार हमारी तहरीर बदलवाने के बाद भी मुकदमा नही दर्ज कर रहे है। वहीं दूसरे पक्ष के तहरीर पर हमारे परिजनों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज हो गया है। थक हारकर पीड़िता ने कुशीनगर पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है।