बालको टाउनशिप में जर्जर क्वार्टर में रहने को मजबूर लोग! – कब जागेगा प्रबंधन

CITIUPDATE NEWS(संतोष सारथी)कोरबा/बालको टाउनशिप में रह रहे लोगों की जिंदगी खतरे में है, लेकिन बालको प्रशासन बेखबर बना बैठा है। जर्जर हो चुके क्वार्टरों की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। छतें उखड़ रही हैं, दीवारें दरक रही हैं और सरिए पूरी तरह से जंग खा चुके हैं। फिर भी टाउनशिप प्रबंधन को शायद किसी बड़े हादसे का इंतजार है। बालको के विभिन्न सेक्टर में क्वार्टर जर्जर हालत में है ऐसे में उक्त स्थान हर वक्त किसी बड़े हादसे को न्यौता दे रहे है।

चुनिंदा लोगों को मकान खाली कराया, बाकी के लिए ?मरने के लिए छोड़ दो

स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्रबंधन ने कुछ चुनिंदा लोगों को इन जर्जर मकानों से हटा दिया, जबकि बाकी लोगों को अनदेखा किया जा रहा है। आखिर यह भेदभाव क्यों

बालको के सुरक्षाकर्मी फिर सवालों के घेरे में!

यह पहली बार नहीं है जब बालको टाउनशिप के सुरक्षाकर्मी विवादों में आए हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्रबंधन और सुरक्षा दलों की मिलीभगत से मनमाने तरीके से मकानों को खाली कराया गया, जबकि कुछ लोगों को संरक्षण देकर वहां बनाए रखा गया। इस मामले ने एक बार फिर सुरक्षाकर्मियों की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

कौन लेगा जिम्मेदारी.

इस गंभीर मामले पर बालको प्रबंधन की चुप्पी चिंताजनक है। क्या बालको प्रबंधन किसी बड़ी अनहोनी के बाद जागेगा? क्वार्टर की हालत जर्जर है बावजूद इसके बालको प्रबंधन उन्हें खाली कराने का छोड़ कुछ चुनिंदा जगहों पर ही मंडराते नजर आते है। लोगों का कहना है कि अतिक्रमण एवं मकानों को खाली न कराने के पीछे बड़ी साठ गांठ के साथ कार्य किया जाता है।


विवादों से सुरक्षा कर्मियों का पुराना नाता

बालको के सुरक्षाकर्मी शहर में सुर्खियां न बटोरे ऐसा बहुत कम ही देखने और सुनने को मिलता है, मगर सवाल यह है कि जब बालको के सुरक्षाकर्मी की हाथों में पूरे बालको प्रबंधन ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है फिर मूकदर्शक बनकर अतिक्रमण देखना, जर्जर मकानों से कब्जा मुक्त कराना इन सब कार्यों को करने में सुरक्षाकर्मी पूरी तरीके से विफल है।