पश्चिम रेलवे के अहमदाबाद मण्डल में उंझा में बनने जा रहा है एक्सक्लूसिव कंटेनर रेल टर्मिनल

उंझा में बनने जा रहा है एक्सक्लूसिव कंटेनर रेल टर्मिनल

पश्चिम रेलवे के अहमदाबाद मण्डल में स्थित महेसाणा-पालनपुर रेलखंड पर दोहरीकरण कार्य के दौरान, उंझा रेलवे स्टेशन पर माल यातायात को ध्यान में रखते हुए, नए टर्मिनल बनाने की रुपरेखा तैयार की गई। इस टर्मिनल को प्रभावी रूप देने का श्रेय अहमदाबाद मंडल के वाणिज्यिक विभाग को जाता है जिन्होंने अपनी कार्यकुशलता और दूरदृष्टि से इसे एक नया आयाम प्रदान करते हुए रेलवे बोर्ड द्वारा जारी परिपत्र के अनुसार एक्सक्लूसिव कंटेनर रेल टर्मिनल का दर्जा प्रदान किया गया है। यह टर्मिनल रेलवे और व्यापार दोनों के लिए आने वाले समय में एक मील का पत्थर साबित होगा।

उंझा तालुका, जो महेसाणा जिले के अंतर्गत आता है, विभिन्न प्रकार के मसाले और कृषि उत्पाद जैसे जीरा, सौंफ, धनिया, सरसों, मेथी, ईसबगुल, राई इत्यादि के व्यापार के लिए प्रसिद्ध है।लेकिन, अब तक यहां के किसान अपनी उत्पादित वस्तुएं गुजरात के बाहर सक्रिय रूप से नहीं भेज पाते थे। इसका मुख्य कारण था।उचित यातायात का अभाव परंतु जैसे ही उंझा के व्यापारियों को यह जानकारी मिली कि उंझा में एक नया रेल टर्मिनल स्थापित हो रहा है, जो कंटेनर के माध्यम से माल ढुलाई की सुविधा प्रदान करने में सकारात्मक भूमिका निभाएगा तो किसान एवं व्यापारीगण सभी हर्षित हो गए। अब उनके उत्पाद न केवल गुजरात राज्य में, बल्कि देशभर और विदेशों में भी आसानी से जा सकेगा। इससे उन्हें न केवल अच्छे दाम मिलेंगे, बल्कि रेलवे को भी अतिरिक्त राजस्व की प्राप्ति होगी।

प्रारंभ में, मेसर्स आदानी लॉजिस्टिक्स लिमिटेड और केंद्रीय गोदाम निगम ने उंझा से कंटेनर ट्रेन संचालन शुरू करने में अपनी रुचि व्यक्त की है। इन दोनों कंपनियों ने वर्तमान समय में 65,000 कंटेनर (TEUs) प्रति वर्ष तक माल ढुलाई की बड़ी संभावना जताई है, खासकर मुंद्रा पोर्ट तक परिवहन के लिए। इस कदम से उंझा एक प्रमुख लॉजिस्टिक्स और निर्यात हब के रूप में और मजबूत होगा।

अब तक, उंझा के आसपास कोई भी कंटेनर रेल टर्मिनल नहीं था, जिसके कारण अधिकांश माल सड़क मार्ग से भेजा जाता था। लेकिन अब उंझा में एक्सक्लूसिवली कंटेनर रेल टर्मिनल की स्थापना से यह क्षेत्र उत्तरी इलाकों के लिए एक प्रमुख लॉजिस्टिक्स हब के रूप में उभरने की संभावना है। यह विकास न केवल उंझा के किसानों के लिए लाभकारी होगा, बल्कि अहमदाबाद मंडल और समग्र भारतीय रेलवे के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इसके साथ ही, यह प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई ?National Rail Plan? के विजन 2027 को भी एक नया आयाम देने में भी मदद करेगा।इस टर्मिनल की स्थापना से उंझा और इसके आसपास के क्षेत्रों में व्यापार और परिवहन की नई दिशा खुलेगी। यह केवल रेलवे के लिए नहीं, बल्कि समग्र अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक परिवर्तन साबित होगा। अहमदाबाद मंडल द्वारा लिया गया यह कदम भारतीय रेलवे के उतरोतर विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो भविष्य में और भी बड़े बदलावों का संकेत है।