शिक्षकों का बर्खास्ती दुर्भाग्य जनक      नियुक्ति बहाल हेतू सरकार की पहल नाकाफी    बेबस परिवार के साथ अन्याय

गवर्नमेंट एम्प्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन छ ग ने बी एड योग्यता धारी सहायक शिक्षक की नियुक्ति को टर्मिनेट कर सड़क पर जीने को मजबूर करने की घटना दुर्भाग्य जनक हैसंगठन के प्रांताध्यक्ष कृष्णकुमार नवरंग ने सरकार को अदूरदर्शिता के अभाव में ऐसा स्थिति निर्मित हुई ।ज्ञात हो तत्कालीन सरकार के शिक्षा मंत्री मा श्री बृजमोहन अग्रवाल ने 33 हजार लगभग शिक्षको की भर्ती का विधान सभा में घोषणा किया था ,उस स्वीकृति प्राप्त पदों पर ऐसे प्रभावित शिक्षको को 2005 एवं 2006 के समय विभागीय अप्रशिक्षित व बी एड धारी शिक्षकों को माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर से पत्राचार के माध्यम से बीच का रास्ता निकाल कर डी एड ,डी एल एड से प्रशिक्षण एवं योग्यता हासिल करने का अवसर प्रदान किया सभी को प्रशिक्षित किया,उसी तरह इन शिक्षकों को भी नौकरी में रहने समय सीमा के भीतर प्रशिक्षण दिया जाना था ,और जो डी एड धारी नव चयनित उम्मीदवार शिक्षक को विधानसभा में कई घोषणा के अनुसार नई नियुक्ति देकर बीच का रास्ता निकाला जा सकता था।परंतु सरकार ने सीधे ऐसे शिक्षकों को सीधे बर्खास्त किया जाना उचित नहीं है।गवर्नमेंट एम्पलाइज वेलफेयर एसोसिएशन छ ग पीड़ित परिवार के साथ है। संगठन ने आगे आशंका जताई कि 1998 व 2005 से नियुक्त डी एड योग्यता धारी सहायक शिक्षक ,शिक्षक की पदोन्नति में ऐसी स्थिति निर्मित होता है तो हजारों शिक्षक भी प्रभावित हो पदोन्नति से वंचित होगा