आरटीआई कार्यकर्ता पर आईटीआई वापिस लेने के लिए बनाया जा रहा है दबाव।

आईटीआई कार्यकर्ता पंडित विजय वशिष्ठ के द्वारा ग्राम पंचायत सीकरी कला में हुए विकास कार्यों को लेकर एक आरटीआई खंड विकास अधिकारी के कार्यालय में दर्ज कराई। आरटीआई कार्यकर्ता ने बताया कि जब आईटीआई खंड विकास अधिकारी कार्यालय में बैठे अधिकारी को दी गई तब उन्होंने आरटीआई को रिसीव कर लिया तथा 2 घंटे बाद किसी अनजान व्यक्ति का फोन आता है तथा कहता है कि आपने जो आरटीआई दर्ज की हैं वह गलत है तथा आप अपनी आरटीआई वापिस ले जाओ वह हमारे कार्यालय से संबंधित नहीं है। आईटीआई कार्यकर्ता वशिष्ठ ने बताया कि आप आवेदन को धारा 6(3) के अंतर्गत उस विभाग को हस्तांतरण कर दीजिए जिससे वह संबंधित है। आरटीआई को वापस लेने का कोई नियम नहीं है इसके बावजूद दो बार पुन: फोन किया गया और आईटीआई को वापस ले जाने के लिए कहा। श्री वशिष्ठ ने ग्राम सचिव से फोन करके पूछा कि क्या आपका कार्यालय पंचायती राज विभाग के अंतर्गत नहीं आता ग्राम सचिव ने बताया की पंचायती राज विभाग के अंतर्गत आता है। दर्ज की गई आईटीआई से भ्रष्टाचार उजागर होने की संभावना है इसीलिए आरटीआई कार्यकर्ता पर आईटीआई को वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है। हालांकि आरटीआई कार्यकर्ता विजय वशिष्ठ का कहना है कि जवाब नहीं मिलने पर वह मामले को राज्य सूचना आयोग लेकर जायेंगे किंतु आईटीआई को वापस नहीं लेंगे