Kanpur-विठूर विधायक पहुंचे राजेपुर शिक्योरिटी गार्ड के घर,की आर्थिक मदद......

विधायक अभिजीत सिंह सांगा पहुंचे शिक्योरिटी गार्ड के घर

:-परिजनो से की मुलाकात पचीस हजार की आर्थिक सहायता देने के साथ कार्यवाही की दिया आश्वासन......

भीतरगांव। विधनू में पुलिस की लापरवाही से आहत होकर सिक्योरिटी गार्ड ने बीते दिनो सुसाइड कर लिया था। मंगलवार शाम सिक्योरिटी गार्ड के घर पहुंचे बिठूर विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने परिजनो से मुलाकात कर उन्हें पचीस हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने के साथ कार्रवाई का आश्वासन दिया है। परिजनो ने विधायक से बताया कि पुलिस ने बंदूक और बाइक चोरी का मुकदमा नही लिखा था, जिससे आहत होकर उनके पिता ने अपनी जान दे दी। विधायक ने कानपुर डीसीपी साउथ से घटना की जांच करवा कर कार्रवाई करने की बात कही है।
मंगलवार शाम साढ़ थाना क्षेत्र के राजेपुर गांव पहुंचे बिठूर विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने मृतक सिक्योरिटी गार्ड शिव सागर के परिजनो से मुलाकात की है। मृतक गार्ड के बेटे सुधीर सिंह समेत परिजनो ने विधायक को बताया की उनके पिता की बंदूक और बाइक बीते दस तारीख की रात चोरी हो गई थी। पुलिस ने उनकी एफआईआर तक नही दर्ज की थी। जिससे आहत होकर उनके पिता ने सल्फास खाकर अपनी जान दे दी। बिठूर विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने कानपुर डीसीपी साउथ से फोन कर सिक्योरिटी गार्ड के सुसाइड करने के मामले में घटना की जांच करवाकर मुकदमा दर्ज करने की बात कही है। उन्होंने विधायक को जांच करवाकर कार्रवाई करने की बात कही हैं। बिठूर विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने बताया की उन्होंने परिजनो को पचीस हजार रुपए की सहायता राशि देने के साथ पुलिस को घटना की जांच करवा कर मुकदमा दर्ज करने की बात कही है। उन्होंने परिजनो को कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
बताते चले साढ़ थाना क्षेत्र के राजेपुर गांव निवासी 40 वर्षीय शिव सागर सिंह कानपुर के मां पीतांबरा न्योरी साइड पर सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करके अपने परिवार का भरण पोषण करता थे। घर पर पत्नी अर्चना सिंह अपने बेटे सुधीर सिंह और दो बेटी अंजली, खुशी के साथ रहती है। पत्नी अर्चना सिंह ने बताया कि उनके पति बीती दस तारीख की देर शाम घर से ड्यूटी पर जाने को निकले थे। तभी रमईपुर-जहानाबाद मार्ग पर स्थित विमला नर्सिंग कॉलेज के पास पहुंचते ही उन्हें बदमाशो ने पकड़ लिया। जिसके बाद बदमाशो ने उसके हाथ पैर बांधकर सड़क किनारे डाल दिया था। और उनकी बाइक, लाइसेंसी बंदूक और मोबाइल समेत जेब में पड़े रुपए लूटकर भाग निकले थे। तेरह तारीख की सुबह राहगीरों ने सिक्योरिटी गार्ड को सड़क किनारे पड़ा देखा तो उसके हाथ पैर खोले। जिसके बाद गार्ड ने घर पहुंच कर घटना की जानकारी परिजनो को दी थी। इसके बाद सिक्योरिटी गार्ड ने मझावन चौकी पहुंचकर पुलिस से शिकायत की थी। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नही की।