सहसवान के डॉक्टर रामनिवास व उनके दो बेटो सहित पांच लोगो पर मुकद्दमा दर्ज

बिसौली। माहेश्वरी हॉस्पिटल में उस वक्त बड़ा हादसा टल गया जब स्टाफ ने आक्सीजन पाइप लाइन काटकर आग लगाने का प्रयास करते एक युवक को धर दबोचा। युवक ने सहसवान के चर्चित चिकित्सक, उसके बेटे वहीं के एक व्यक्ति के कहने पर घटना को अंजाम देने की बात कही है। सूचना पर कोतवाली पुलिस ने युवक को हिरासत में ले लिया है। मोहल्ला सोमवार बाजार स्थित माहेश्वरी अस्पताल में उस वक्त अफरा तफरी मच गई जब स्टाफ की सजगता से बड़ी घटना होने से बच गई। अस्पताल के प्रबंधक रामप्रताप द्वारा कोतवाली पुलिस को दी गई तहरीर के मुताबिक वह अपराह्न लगभग दो बजे ऊपरी मंजिल पर जा रहा था। इसी दौरान उसकी नजर आक्सीजन पाइप लाइन को चाकू से काटने का प्रयास कर रहे एक युवक पर पड़ी। मैनेजर के अनुसार युवक पाइप लाइन काटकर आग लगाना चाहता था जिससे दर्जनों मरीजों की जान को खतरा हो जाता। टोकने पर युवक जान से मारने की धमकी देते हुए नीचे की ओर भागा। शोर सुनकर अन्य स्टाफ मौके पर पहुंचा और आरोपी को दबोच लिया। इसी बीच एक महिला सफाई कर्मचारी युवक को देखते ही रोने लगी। उसने बताया कि उक्त युवक ने उसका हाथ पकड़कर छेड़खानी करने का प्रयास किया। पूछताछ में युवक ने अपना नाम तारिक पुत्र आसिफ निवासी मोहल्ला चौधरी सहसवान बताया। युवक ने बताया कि वह सहसवान स्थित डा. रामनिवास गुप्ता अस्पताल पर बतौर इलेक्ट्रिशियन काम करता है। उसे घटना को अंजाम देने के लिए डा. रामनिवास गुप्ता, उनके बेटे डा. आदित्य व डा. अभिनव और सहसवान निवासी कासिम पुत्र नासिर ने भेजा था। तारिक के साथ एक अन्य व्यक्ति भी था जो मौका पाकर फरार हो गया। समाचार लिखे जाने तक मामले की रिपोर्ट लिखी जा रही थी। कोतवाल सुनील अहलावत ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। इधर आरोपी सहसवान से फरार बताए जा रहे हैं।