मेंढ़ पर बंधे तार में दौड़ रहे बिजली के करंट से ग्रामीण की मौत

बरेली थाना आंवला क्षेत्र के दिगोई गांव में एक किसान की खेत की मेंढ़ पर बंधे तार में दौड़ाए गए बिजली के करंट की वजह से चिपक कर दर्दनांक मौत हो गई। पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, पुलिस मामले में अग्रिम विधिक कार्रवाई कर रही है। मृतक विक्रम (35 वर्षीय) पुत्र रामप्रसाद थाना आंवला क्षेत्र के दिगोई गांव के रहने वाले के खेत के बराबर में गजेंद्र का खेत है, जोकि दिगोई का ही निवासी है, गजेंद्र ने अपने खेत की मेड़ के चारों तरफ आवारा पशुओं की वजह से तारों को बांध रखा है जिसमे वो बिजली का करंट छोड़ देता है। आज सुबह 7 बजे जब विक्रम अपने खेत की तरफ गया तो उसने जैसे ही गजेंद्र के खेत की मेड़ पर बंधे लोहे के तारों को छुआ तो वह वहीं गिर गया ,क्योंकि उन तारों में बिजली का करंट दौड़ रहा था। बिजली के करंट की वजह से विक्रम की घटना स्थल पर ही तड़प-तड़प कर दर्दनाक मौत हो गई। काफी समय तक घर ना लौट पाने पर विक्रम के पिता राम प्रसाद ने विक्रम को फोन किया तो फोन रिसीव नहीं हुआ। तब रामप्रसाद खेत की तरफ विक्रम को देखने चले गए। उन्होंने देखा कि गजेंद्र के खेत की मेड़ पर बढ़े तारों से चिपक कर विक्रम की मौत हो गई है। सूचना देकर पुलिस को बुलाया गया, पुलिस ने मामले में विक्रम के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। गजेंद्र रोजाना अपने खेत की मेड़ पर बंधे तारों में बिजली का करंट छोड़ता है कई बार कहा भी गया है की रात्रि में करंट छोड़ने के बाद सुबह को हटा लिया करें , परंतु गजेंद्र उन तारों से बिजली के करंट को नहीं हटाता है। इससे पहले भी इन तारों से चिपक कर एक नीलगाय और चार कुत्तों की मौत हो चुकी है। विक्रम की मौत के बाद 7 लोगों का सहारा छिन गया। इस घटना के बाद उसकी पत्नी पुनीता और 6 बच्चे बेसहारा हो गए हैं जिसमें 5 लड़कियां और 1 लड़का शामिल है।