पीलीभीत में ब्रह्मचारी घाट पर्यटन विकास : घाट की सीढ़ियों का निर्माण कार्य हुआ प्रारंभ,पालिकाध्यक्ष डॉ आस्था ने निरीक्षण, कर शीघ्र काम कराने के दिए निर्देश।पार्क,आरती स्थल,शौचालयों का हो रहा

ब्रह्मचारी घाट पर्यटन विकास : घाट की सीढ़ियों का निर्माण कार्य हुआ प्रारंभ,पालिकाध्यक्ष डॉ आस्था ने निरीक्षण, कर शीघ्र काम कराने के दिए निर्देश।पार्क,आरती स्थल, शौचालयों का हो रहा है निर्माण

राजेश गुप्ता संवाददाता पीलीभीत।


पीलीभीत।नगर पालिका अध्यक्ष डॉ आस्था अग्रवाल के प्रयासों से पर्यटन विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा जनपद के पौराणिक आस्था के केंद्र ब्रह्मचारी घाट के पर्यटन विकास कार्य का शिलान्यास और भूमि पूजन होने के बाद अब निर्माण कार्य चालू हो गया है।सबसे पहले सीढ़ियों का निर्माण किया जा रहा है।जिस पर आरती स्थल बनाया जाएगा। श्रद्धालुओं के नदी में स्नान करने के लिए आसानी होगी। पालिकाध्यक्ष डॉ आस्था अग्रवाल ने गुरुवार को ब्रह्मचारी घाट पहुंच कर किए जा रहे पर्यटन विकास के निर्माण कार्य को देखा और गुणवत्ता परक काम को शीघ्र करने के निर्देश दिए।दो माह पूर्व 14 मार्च को वैदिक मंत्र उच्चारण के साथ पुरोहितों से ब्रह्मचारी घाट स्थल पर भूमि पूजन और शिलान्यास पट का पूजन किया।मौजूद श्रद्धालुओं ने हर हर महादेव के जयकारे लगाए थे।पालिका अध्यक्ष बनने के बाद डॉ आस्था अग्रवाल प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिली थी और उन्होंने यहां के पौराणिक ऐतिहासिक धार्मिक स्थल ब्रह्मचारी घाट के विकास कार्य के लिए प्रस्ताव रखा था। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पर्यटन विभाग की टीम को यहां भेज कर सर्वे कराया और उसके बाद भूमि पूजन के साथ शिलान्यास हो गया।अब यहां निर्माण कार्य भी शुरू हो गया है।पालिका अध्यक्ष डॉ आस्था ने बताया कि पहले चरण में पार्क निर्माण,आरती स्थल निर्माण आदि का कार्य किया जाएगा।शौचालय व वॉशरूम का निर्माण होगा।आयुर्वैदिक कॉलेज चौराहा पर भव्य द्वार का निर्माण किया जाएगा।इसके अलावा वन्दन योजना के तहत गौरी शंकर मंदिर मार्ग का निर्माण,बेंच,लाइट लगवाई जाएगी।वाल्मीकि मंदिर सड़क मार्ग व सौंदर्यकरण कार्य होगा।ब्रह्मचारी घाट जनपद के प्रमुख आस्था के केंद्र में से एक है।यहां पर देवहा और खकरा नदी का संगम होता है। प्राचीन मनकामेश्वर मंदिर पर काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं।जब यहां पर घाट के निर्माण के साथ ही विभिन्न कार्य हो जाएंगे तो काफी संख्या में श्रद्धालुओं को सुविधाएं उपलब्ध हो जाएगी।शहर में एक मनोरम आस्था का स्थल बन जाएगा।