हरदोई में मनाया गया वर्ल्ड बर्थ डिफेक्ट डे, अनुष्का फाउंडेशन फॉर एलिमिनेटिंग क्लब फुट ने बच्चों को उपलब्ध कराए निशुल्क ब्रेसेस, डॉक्टर बोले- 800 में एक बच्चा होता है प्रभावित

हरदोई में 100 बेड चिकित्सालय में वर्ल्ड बर्थ डिफेक्ट डे मनाया गया। जिसमें स्वयंसेवी संस्था अनुष्का फाउंडेशन फॉर एलिमिनेटिंग क्लब फुट ने (टेढ़े-मेढ़े पंजों) से ग्रसित बच्चों को नि:शुल्क ब्रेसेस उपलब्ध कराए। डॉक्टर मुरलीधर और आरबीएसके जिला प्रभारी मोहम्मद शाहिद ने क्लब फुट के कार्यों के बारे में जागरूक किया। उन्होंने कहा कि अनुष्का फाउंडेशन इन बच्चों के लिए सराहनीय कार्य कर रही है।

ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉक्टर मुरलीधर ने बताया कि जन्म दोष जन्म के समय मौजूद संरचनात्मक परिवर्तन हैं, जो हृदय,मस्तिष्क,पैर जैसे शरीर के लगभग किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकते हैं। वे शरीर के दिखने,काम करने के तरीके या दोनों को प्रभावित कर सकते हैं। क्लबफुट जन्मजात विकृति है जिससे कि हर 800 नवजात में से एक बच्चा प्रभावित होता है। देश में हर साल 33,000 बच्चे इस विकृति के साथ पैदा होते हैं।

आरबीएसके जिला प्रभारी मोहम्मद शाहिद ने अवगत कराया राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा चलाए जा रहे राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत क्लब फुट जैसे 42 जन्मजात बीमारी एवं दोषों की स्क्रीनिंग की जाती है, ताकि जल्द से जल्द उचित एवं निःशुल्क उपचार प्राप्त कराया जा सके। स्वयंसेवी संस्था अनुष्का फाउंडेशन फॉर एलिमिनेटिंग क्लबफुट पिछले 5 साल से राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के साथ काम कर रही है। क्लबफुट जन्म के 9 दोषों में से एक है जिसे राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम द्वारा प्राथमिकता दी गई है।

संस्था द्वारा वर्तमान में क्लबफुट से पीड़ित 13000 से भी अधिक बच्चों का इलाज यह संस्था करवा रही है। पोन्सेटी पद्धति का इस्तेमाल करके क्लबफुट से पीड़ित सभी बच्चों का आसानी से उपचार किया जा सकता है। पोन्सेटी विधि एक न्यूनतम लागत की सर्वोत्ताम प्रक्रिया है और पूर्णतः रूप से प्रभावी समाधान प्रदान करती है।

नोडल अधिकारी डॉक्टर अरविंद मिश्रा ने अवगत कराया क्लबफुट का यदि सही समय पर उपचार न कराया जाए तो बच्चा जीवन भर के लिए विकलांग हो सकता है। इलाज न किया जाने पर प्रभावित बच्चों में भेदभाव,उपेक्षा, मानसिक स्वास्थ्य समस्याएँ, अशिक्षा,शारीरिक एवं यौन शोषण का खतरा अधिक बढ़ जाता है। क्लबफुट क्यों होता है इसका कोई विशिष्ट कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। इस समस्या में माँ अथवा बाप का कोई हाथ नहीं है। और ये विकृति न ग्रहण की वजह से होती है और ना ही माँ से बच्चे को फैलती है।

अनुष्का फाउंडेशन देश के कुल 140 जिलों में क्लबफुट का निःशुल्क इलाज प्रदान करवा रहा है। यह सरकारी अस्पताल एवं अनुष्का फाउंडेशन के सहयोग से मुमकिन हुआ है। अनुष्का फाउंडेशन का उद्देश्य जिला अस्पतालों में आर्थोपेडिक चिकित्सकों की क्षमता बढ़ाकर स्थानीय स्तर पर उपचार प्रदान कराना है।

उच्चतम गुणवत्ता वाले उपचार को सुनिश्चित करने के लिए अनुष्का फाउंडेशन द्वारा, चिकित्सकों को पोंसेटी पद्धति में प्रशिक्षित भी किया जाता है। अनुष्का फाउंडेशन क्लबफुट और इसके उपचार के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए आरबीएसके,आशा कार्यकर्ताओं, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों आदि के साथ मिलकर काम कर रहा है। जिला अस्पतालों में साप्ताहिक क्लबफुट क्लीनिक के माध्यम से पीड़ित बच्चों का इलाज किया जाता है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि आज जब हम विश्व जन्म दोष दिवस मना रहे हैं, तो अनुष्का फाउंडेशन अपने सभी दानदाताओं और समर्थकों का आभारी है जो यह सुनिश्चित करने के हमारे उद्देश्य में हमारा समर्थन करते हैं कि क्लब फुट के साथ पैदा होने के परिणाम स्वरूप कोई भी बच्चा बड़ा होकर विकलांग न हो।