अयोध्या मंदिर सेवा ट्रस्ट ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर मंदिर कि संपत्ति बेचने की शिकायत

ऊंचाहार,रायबरेली।क्षेत्र के बाबा का पुरवा गांव स्थित राम जानकी मंदिर की बेस कीमती जमीन और संपत्ति को नुकसान पहुंचाए जाने को लेकर वेद मंदिर सेवा ट्रस्ट अयोध्या ने बड़ी नाराजगी जताई है। ट्रस्ट के महा मंडलेश्वर ने राम जानकी मंदिर को अपने ट्रस्ट के अधिक बताते हुए फर्जी सर्वराकार बनकर मंदिर की संपत्तियों को बेचने की शिकायत डीएम से की है।ट्रस्ट के महा मंडलेश्वर बाबा राम नरेश दास ने डीएम को एक पत्र लिखा है।जिसमें कहा गया है कि बाबा का पुरवा गांव स्थित राम जानकी मंदिर उनके ट्रस्ट के अधीन है।उनका कहना है कि 25 अक्टूबर 2011 को राम स्वरूप दास को मंदिर का सर्वराकार बनाया गया था।किंतु उसके क्रिया कलाप ठीक न होने के कारण उसको 17 मई 2012 को सर्वराकार के पद से लिखित रूप में हटा दिया गया था।इसके बाद उसने दर्जी तरीके से खुद को मंदिर का सर्वराकार घोषित करके मंदिर की संपत्तियों को बेंच रहा है।उसने मंदिर की भूमि संख्या 1823 में स्थित सैकड़ों पेड़ों को बिना किसी अनुमति के बेंच डाला है और पेड़ की जड़ों तक को खोदकर उसका अस्तित्व मिटाने की कोशिश की है।लाखों रुपए कीमत के यह पेड़ बिना किसी सरकारी अनुमति के काट डाले गए है।आरोप है कि यह सारे कृत्य मंदिर के दो पूर्व पुजारियों की हत्या में नामित रहे बी एन मौर्य और उनकी पत्नी की साजिश से हुआ है।ट्रस्ट के मुखिया ने डीएम से मामले में मंदिर की संपत्ति की रक्षा हेतु विधिक कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।