दरगाह बशीरी पर हज़रत शाहजी मियाँ के कुल में उमड़े अकीदतमंद

बरेली गुलाब नगर स्थित दरगाह बशीरी पर सलाना उर्स की रस्मो की शुरुआत बाद नमाज़ ए फ़ज़र कुरआन ए पाक की तिलावत से हुई। उर्स कमेटी के ताज़ीम मियाँ बशीरी ने बताया कि दिनभर अकीदतमंदों का हुजूम हज़रत मोहम्मद बशीर मियाँ रहमतुल्लाह अलैह की दरगाह परिसर में जमा रहा,चादरपोशी गुलपोशी का सिलसिला चलता रहा,बाद नमाज़ ए मगरिब हज़रत शाहजी मियाँ रहमतुल्लाह अलैह के कुल शरीफ़ की महफ़िल सजाई गई, मौलाना मुक़ीम मियाँ बशीरी ने हज़रत शाहजी मियाँ रहमतुल्लाह अलैह के सिलसिले और करामातों पर रोशनी डाली,इसी कड़ी में कुल शरीफ़ की नज़र पेश कर मुल्क व आवाम की तरक़्क़ी, खुशहाली ,क़ामयाबी, सलामती के साथ साथ बीमारों की शिफ़ा और बेरोजगारों को रोज़गार के लिये खुसूसी दुआ की गई।सभी हजरीने महफ़िल को लंगर बाँटा गया, बाद नमाज़ ए इशा मिलाद ए पाक की महफ़िल में नज़राना पेश किया गया, इस मौके पर जनसेवा टीम के अध्यक्ष पम्मी खान वारसी ने कहा कि बुज़ुर्गों के दरवार से फ़ैज़ हासिल होता हैं और मन को चैन ओ सुकून मिलता हैं उर्स के व्यवस्था प्रभारी अहमद उल्लाह वारसी ने बताया कि सोमवार यानि पीर को रात 9 बजकर 15 मिनट पर हज़रत मोहम्मद बशीर मियाँ रहमतुल्लाह अलेह के विसाली कुल शरीफ़ की रस्म अदायगी होगी,दिनभर उर्स के प्रोग्राम का सिलसिला जारी रहेगा। उर्स की महफ़िल में सय्यद शकील अली ताज़ीम मियाँ बशीरी मौलाना मुक़ीम मियाँ बशीरी, अहमद उल्लाह वारसी,पम्मी वारसी,अबरार हुसैन,कलीम मियाँ बशीरी,अतहर वारसी,दानिश हुसैन, आसिफ कुरैशी वारसी,निसार अहमद, अब्दुल अज़ीज़, जावेद, फ़ाज़िल खान,अहसन मियाँ, ज़मीन मियाँ, कैफ मियाँ, सलमान बशीरी, सुब्हान बशीरी, राजू बशीरी, फईम बशीरी, तौकीर बशीरी,इम्तेयाज़ बशीरी,वसीम बशीरी आदि अक़ीदतमंद शामिल रहे।