बदायूं जिले के सहसवान मे झोलाछाप डॉक्टर की वजह से एक और मौत झोलाछाप डॉक्टरों का नही थम रहा है कहर

झोलाछाप डॉक्टर की वजह से एक और मौत झोलाछाप डॉक्टरों का कहर नही थम रहा है


आपको बता दें कि बदायूं जिले में झोलाछाप डॉक्टर का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है आपको बताते चलें बीती 16 17 अक्टूबर के लिए सहसवान डकारा पुख़्ता रोड़ स्थिति सेवा नर्सिंग होम पर गर्भवती महिला के लिए डिलीवरी के लिए ले जाया गया जहां पर गर्भवती महिला के प्रसव के दौरान गर्भवती महिला की हालत नाजुक हो गई और बच्चे की मौत हो गई इस मामले में परिवारजनों ने उपजिलाधिकारी सहसवान प्रेमपाल सिंह को एक लिखित तहरीर दी तहरीर पर बिना देरी किए उपजिलाधिकारी ने एमओआईसी सहसवान को आदेश कर दिया लेकिन वह भी बिना कार्यवाही के ठन्डे बस्ते में डाल दिया लेकिन सीएमओ और एमओआईसी को सारी बात की जानकारी होते हुए भी आज तक कोई भी कार्यवाही नहीं हुई लेकिन आज फिर एक और झोलाछाप डॉक्टर की वजह से एक और मौत हो गई जिसकी तहरीर थाना कोतवाली सहसवान को दी प्रार्थी ग्राम आसे नगला मजरा खिरकवारी मानपुर पुख्ता थाना सहसवान जिला बदायूँ का रहने वाला है जिसने एक लिखित तहरीर थाना कोतवाली सहसवान पर नाम दर्ज डा० नाजरीन (महिला) व फैजान (पुरुष) की आमने सामने क्लीनिक व लैब गांव जरीफपुर गडिया थाना सहसवान में हैअवेध रुप से चल रही थी जिसमे प्रार्थी अपनी मा सत्यवती पत्नी चरन सिंह को दिनांक 26.10.2023 को इलाज के लिए उक्त डाक्टरों की दुकान पर लाया था। उक्त दोनों डाक्टरों ने प्रार्थी की मां के बोतलें चढ़ाई और मरीज की हालात खराब होने लगी परिजनों ने बताया कि मरीज की हालत दुकान पर लाते समय ठीक थी। केवल साधारण बुखार था। फिर इलाज के दौरान अचानक दिनांक 27.10.2023 की रात में प्रार्थी की मां सत्यवती पत्नी चरन सिंह की मृत्यु हो गयी प्रार्थी ने प्रशासन से अपनी माता जी का पोस्टमार्टम करने का आग्रह किया अब देखना है कि सीएमओ व एमओआईसी कब तक इन झोलाछाप डॉक्टरों से जनता की मौतों का सिलसिला आंखे मूंद कर देखते रहेंगे या फिर प्रशासन इन झोलाछाप डॉक्टरों पर और अवैद्य तरीक़े से चल रही पैथोलॉजी लैबो पर क्या कार्यवाही होती हैं या फिर मौत का सिलसिला जारी रहता है ये तो आने वाला समय ही बताएगा