40 वर्ष पुराने नेता टेकचंद चन्द्रा ने किया कांग्रेस पार्टी से बगावत

40 वर्ष पुराने नेता टेकचंद चन्द्रा ने किया कांग्रेस पार्टी से बगावत

निर्दलीय चुनाव लड़ने का लिया निर्णय

जैजैपुर:- टिकटों की घोषणा होने के बाद सभी प्रत्याशी और नेतागण अपने अपने प्रचार में लग गए हैं।साथ ही नाराज नेताओं को मनाने का दौर भी चल रहा है।इसी बीच सक्ति जिले के जैजैपुर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस से बालेश्वर साहू को टिकिट मिलने के बाद टेकचंद चन्द्रा भी जैजैपुर विधानसभा से अहम दावेदार के रूप में था लेकिन इनको कांग्रेस पार्टी ने दरकिनार कर दिया जिससे नाराज टेकचंद चन्द्रा ने कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंपकर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला लिया है।

प्रेसवार्ता में टेकचंद चन्द्रा ने बताया कि 1983 से कांग्रेस पार्टी से जुड़कर लगातार जनता की सेवा करते आ रहा था। सबसे पहले सोसायटी अध्यक्ष के रूप में चुनाव जीता उसके बाद पानी पंचायत अध्यक्ष का चुनाव भी जीता हूँ उसके बाद महिला सीट होने के कारण मेरी पत्नी माधुरी चन्द्रा झालरौंदा की 2010 से 2015 तक सरपंच बनी जो कि अभी वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य भी है उसके बाद 2015 में मैंने जिला पंचायत का चुनाव लड़ा और जीत हासिल किया।और लगातार कांग्रेस पार्टी के हाईकमान के निर्देशों कापालन कर जनता की सेवा करता आ रहा था। 2018 में भी जैजैपुर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी से प्रबल दावेदार था लेकिन अचानक अनिल चन्द्रा को प्रत्याशी बना दिया उस समय मुझे दुख हुआ लेकिन सबकुछ भूलकर पार्टी के लिए ईमानदारी से काम करता रहा और मुझे लगा कि चलो अगले विधानसभा चुनाव में मुझे टिकिट अवश्य मिलेगा लेकिन 2018 की भांति 2023 में भी मुझे दरकिनार कर दिया और बालेश्वर साहू को प्रत्याशी बना दिया।जिसके कारण मुझे असहनीय पीड़ा हुआ। तभी क्षेत्र के जनताओं के कहने पर मैं कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया और निर्दलीय चुनाव लड़ने का निर्णय लिया हूँ।

वर्तमान विधायक के दस वर्षों के विकास के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया कि वर्तमान विधायक केशव प्रसाद चन्द्रा केवल अपना विकास किया है आज भी जैजैपुर क्षेत्र में कई ऐसे गांव है जो पक्की सड़क के लिए तरस रहे हैं लेकिन विधायक को क्षेत्र जनताओं का मूलभूत सुविधाएं से कोई मतलब नही है।