वाह रे चिकित्साधीक्षक! तेरा गजब कारनामा

एक दिन पहले झोलाछाप डॉक्टरों पर को कार्यवाही, दूसरे दिन कैसे खुल गई उनकी दुकानें

क्षेत्र में चर्चा का विषय, चिकित्साधीक्षक ने झोलाछाप डॉक्टरों बने चर्चा का विषय

कुरावली/मैनपुरी- गुरुवार को जनपद मैनपुरी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कड़े निर्देशन के बाद चिकित्साधीक्षक कुरावली के द्वारा क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्यवाही करते हुए उनकी दुकानों को बंद कराया गया था। लेकिन कार्यवाही को अभी 24 घंटे नहीं गुजरे होंगे और उन झोलाछाप डॉक्टरों के द्वारा पुनः मरीजों को उपचार दिया जा रहा है।

आपको बता दें कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रमेश चंद्र गुप्ता ने चिकित्साधीक्षक कुरावली डॉ. जयप्रकाश वर्मा को झोलाछाप डॉक्टरों की दुकानों को सील करने के सख्त आदेश दिए गए थे। जिसपर चिकित्साधीक्षक के द्वारा क्षेत्र के गांव देवीनगर, खिरिया पीपल और शरीफपुर में झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्यवाही करते हुए उनकी दुकानों को बंद कराया था और उन दुकानों की चाबी अपने पास रख ली थी। लेकिन उस कार्यवाही के 24 घंटे भी नहीं गुजरे थे कि उन झोलाछाप डॉक्टरों की पुनः दुकानें खुल जाना यह स्वास्थ्य विभाग के लिए जगहंसाई साबित हो गई।

क्षेत्र में चर्चा का विषय, चिकित्साधीक्षक झोलाछाप डॉक्टरों से बने चर्चा का विषय

वहीं अब क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है कि जब स्वास्थ्य विभाग के कुरावली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात चिकित्साधीक्षक डॉ जयप्रकाश वर्मा के द्वारा झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्यवाही करते हुए उनकी दुकानों को बंद किया गया था तो फिर वह कैसे खुल गई। वहीं इस पूरे मामले को लेकर चर्चा यह भी है कि चिकित्साधीक्षक के द्वारा झोलाछाप डॉक्टरों से मोटी रकम लेकर उनकी दुकानों को खुलवाया है।

महीनाबंदी के हिसाब से रुपए लेते हैं चिकित्साधीक्षक

वहीं विश्वसनीय सूत्रों से जानकारी मिली है कि कुरावली सीएचसी पर तैनात चिकित्साधीक्षक डॉ जयप्रकाश वर्मा क्षेत्र के जो भी झोलाछाप डॉक्टर हैं। उनसे वह महीनाबंदी के हिसाब से 5 से लेकर 10 रुपए प्रति माह के हिसाब से लेते हैं। यदि उन्हें रुपए ना दें तो वह झोलाछाप डॉक्टरों को धमकी देते हैं कि तुम्हारी दुकान को सील कर देंगे और तुम्हारे खिलाफ मुकदमा दर्ज करा देंगे।

क्या बोले चिकित्साधीक्षक

वहीं जब चिकित्साधीक्षक से फोन कर झोलाछाप डॉक्टरों की पुनः दुकानें खुलने को लेकर जानकारी की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि आकाश जौहरी के द्वारा मुझसे चाभी ले ली गई है। उन्होंने ही आकर मुझसे कहा था कि अरे डॉक्टर साहब यह अपने आदमी हैं। इनकी चाभी को दे दीजिए।

चिकित्साधीक्षक ने सीएमओ को दे दी गलत जानकारी

वहीं जब उक्त मामले को लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रमेश चंद्र गुप्ता को अवगत कराया गया। जिसके बाद सीएमओ ने चिकित्साधीक्षक को फोन कर जानकारी की तो चिकित्साधीक्षक के द्वारा सीएमओ को गलत जानकारी देते हुए बताया दिया कि कल जिन झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्यवाही की गई थी। वह सभी दुकानें बंद हैं।