कैसे बनेंगे बच्चे देश का भविष्य

गुरु जी ने कॉपी किताबों की जगह थामा दिए, फावड़ा और तसला

सफाई कर्मी वाला कार्य गुरु जी, बच्चों से करा रहे कार्य

कुरावली/मैनपुरी - एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार शिक्षा के क्षेत्र को बेहतर से बेहतर करने का भरपूर प्रयास कर रहे हैं। जिसके लिए परिषदीय विद्यालयों में निशुल्क शिक्षा से लिए पाठ्य सामग्री और स्कूल ड्रेस तक मुफ्त में मुहैया कराने का कार्य कर रही है। ताकि आज के बच्चे अच्छी पढ़ाई कर, कल को देश का भविष्य बनकर अपना और अपने माता पिता समेत अच्छी शिक्षा देने वाले गुरुजनों का नाम रोशन कर सकें।

लेकिन यह सब उस समय धरा का धरा रह गया। जब एक परिषदीय विद्यालय के शिक्षक ने स्कूल में पढ़ने आने वाले बच्चों के हाथ जिस समय पढ़ने और लिखने के लिए कॉपी किताब होनी चाहिए थी। लेकिन उसकी जगह फावड़ा और तसला थमा दिया और उनसे मिट्टी डलवाने के साथ ही स्कूल की साफ सफाई का कार्य कराया जा रहा था।

कहां का है पूरा मामला

दरअसल यह पूरा मामला जनपद मैनपुरी के विकासखंड कुरावली के गांव मिढ़ावली कलां का है। जहां पर स्थित कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय में तैनात शिक्षक प्रभात त्रिपाठी के द्वारा स्कूली बच्चों को पढ़ाने के बजाय फावड़ा और तसला देकर मिट्टी डलवाने और साफ सफाई का कार्य कराया जा रहा था। जिसके साथ ही वह गुरू जी स्वयं कुर्सी पर बैठकर आराम फरमा रहे थे।

सफाई कर्मी वाला कार्य गुरु जी, बच्चों से करा रहे

दरअसल इस ग्राम पंचायत में दो सफाई कर्मियों की तैनाती है। जिनके द्वारा ग्राम पंचायत में स्थित सभी परिषदीय विद्यालयों और पंचायत घर की सफाई का जिम्मा है। दोनों सफाई कर्मियों के द्वारा नियमित रूप से सफाई कार्य भी किया जाता है। लेकिन इसके बाबजूद भी बच्चों से गुरु जी के द्वारा यह कार्य कराया जाता है।

इनका कहना है कि

स्वच्छता गतिविधियां स्कूल में पढ़ने वाले प्रत्येक बच्चे के लिए पढ़ाई के साथ मुख्य गतिविधि होती है। नई शिक्षा नीति के अंतर्गत यह प्रविधान किया गया है कि बच्चों को उनके मौलिक अधिकारों के साथ-साथ कौशल विकास, जल संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण तथा स्वच्छता, प्रदूषण के साथ अपशिष्ट प्रबंधन के प्रति संवेदी बनाया जाए। सरकारी स्कूलों में अवस्थापना सुविधाएं पढ़ने के साथ अब स्वच्छता कार्यों की जरूरत होगी। शिक्षक, विद्यार्थी और अभिभावकों की सहभागिता से किए जाएंगे। उक्त गतिविधियों में अध्यापक अनिवार्यता सहयोग करें। यदि अध्यापक गतिविधियों में सक्रिय नहीं हैं। मात्र बच्चों से कार्य लिया गया तो ये गलत है। इसके लिए संबंधित से स्पष्टीकरण लिया जाएगा।- ब्रजेंद्र स्वरूप निगम खंड शिक्षाधिकारी कुरावली

क्या बोलीं बेसिक शिक्षाधिकारी

वहीं इस मामले में जब बेसिक शिक्षाधिकारी दीपिका गुप्ता से बात की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि मामला आपके द्वारा संज्ञान में लाया गया है। यदि किसी शिक्षक के द्वारा बच्चों से फावड़ा और तसला से मिट्टी डलाने और साफ सफाई का कार्य कराया जा रहा है तो यह बेहद निंदनीय है। इस पूरे प्रकरण की जांच खंड शिक्षाधिकारी से कराई जायेगी। खंड शिक्षाधिकारी की जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।