कांग्रेस का संकल्प शिविर मे सन्नाटा,,CM सलाहकार ने जताई नाराजगी नही जुटा पाए कांग्रसी भीड़,,क्या ऐसे मे फतेह कर पाएंगे मुगेली विधानसभा,,

मुंगेली- मुंगेली संकल्प शिविर मे विधायक दावेदारों से 50, 50 हजार लेनदेन के आरोप के साथ अपमानित करने का आरोप लगाए है,, कांग्रेस द्वारा आज मुंगेली में विधानसभा स्तरीय संकल्प शिविर का आयोजन कृषि उपज मंडी प्रांगण में रखा गया था जिसमें पहले मुख्यमंत्री के आने की चर्चा थी, एक दिन पहले मुख्यमंत्री का आना रद्द हुआ और उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव और पीसीसी चीफ दीपक बैज का कार्यक्रम में आना फाइनल हुआ, साथ ही प्रोटोकॉल भी आ गया था, पर आज कार्यक्रम के दिन कार्यक्रम स्थल में कांग्रेस के नेता व संगठन के जिम्मेदार पदाधिकारी भीड़ नहीं जुटा पाये, न ही कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की भीड़ दिखी जिसके चलते मुख्यमंत्री सलाहकार विनोद वर्मा ने कांग्रेसी नेताओं को जमकर फटकार लगाई और मंच से ही खरीखोटी सुनाई। कार्यक्रम में भीड़ न होने के चलते उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव और पीसीसी चीफ दीपक बैज का इस कार्यक्रम में आना रद्द हो गया। जिससे नेताओं में मायूसी तो दिखी पर जरा सी भी उनमें आत्मग्लानि नहीं दिखी।मुंगेली में विधायक बनने की चाह में करीब दर्जन भर से अधिक लोगों ने कांग्रेस से दावेदारी किया हैं, पर ताज्जुब की बात तो यह हैं कि कांग्रेस के कार्यक्रमों में ये दावेदार भीड़ जुटाने की काबिलियत नहीं रखते, जिसका उदाहरण आज देखने को मिला। आज संकल्प शिविर में उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज मुंगेली के कृषि उपज मंडी आने वाले थे, पर भीड़ नहीं होने की वजह से कार्यक्रम प्रभारी विनोद वर्मा ने नाराजगी व्यक्त करते हुए नेताओं को जमकर फटकार लगाई, भीड़ नहीं होने की वजह से उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव और पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज का मुंगेली मंडी में आयोजित रद्द हो गया, जिससे एक बार फिर मुंगेली के कांग्रेसी नेताओं और दावेदारों की वजह से कांग्रेस का सर शर्म से झुक गया।बहरहाल आज उपमुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ का कार्यक्रम मुंगेली में रद्द होने मामले में आलाकमान को गंभीर होने चाहिए, और कारण जानने के साथ साथ कार्यवाही भी की जानी चाहिए।
मुख्यमंत्री के सलाहकार विनोद वर्मा ने भाषण देते हुए कहा कि ये जो 35 लोगों ने जो दावेदारी की हैं अगर एक-एक आदमी 8-8 बूथ की भी जिम्मेदारी ले लेता तो हर बूथ से दस दस लोग आ जाते, संगठन का काम अगर आप नहीं करेंगे, आपको लगता हैं कांग्रेस के टिकट से आप जीत जाओगे तो नहीं जीतोगे, नेता चुनाव नहीं जीतता बूथ का कार्यकर्ता जीतता हैं, अगर आप बूथ के कार्यकर्ता की उपेक्षा करेंगे उसको सम्मान नहीं देंगे उसके सामने लड़ते झगड़ते रहेंगे तो कभी चुनाव नहीं जीतेंगे। आप इतने साल से मुंगेली इसीलिए नहीं जीत पाये क्योंकि कार्यकर्ताओं को एक रखने की बजाय उनके सामने लड़ते झगड़ते रहते हैं। विनोद वर्मा के इस भाषण को सुन कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद के नारे लगने शुरू हो गए जिस पर विनोद वर्मा ने कहा कि जिंदाबाद के नारे लगाना बंद करें, उस दिन जिंदाबाद करना जिस दिन मुंगेली विधानसभा जीत जाएंगे, पिछली बार भी संकल्प शिविर हुए थे हमारा अनुभव है कि पीछे जो आखरी कुर्सी में बैठा कार्यकर्ता हैं वो संकल्प का पालन करता हैं पर उसके ऊपर के नेता उस कार्यकर्ता की तरह निष्ठा से पार्टी का काम नहीं करते, संकल्प के अनुरूप पार्टी की निष्ठा से काम करना चाहिए।