ईसाई समाज ने की कब्रिस्तान की मांग

आज दिनांक 7 अगस्त 2023 को ईसाई समाज ने फतेहगंज स्थित ईसाई समाज के ब्रिटिश कालीन कब्रिस्तान का निरीक्षण किया क्यूँकी यह कब्रिस्तान ब्रिटिश काल से क्रिश्चियन कब्रिस्तान है रुहेला और ब्रिटिश में हुए जंग में बहुत सारे ब्रिटिश क्रिश्चियन भी मारे गए जिनकी कबरें आज भी इस कब्रिस्तान में मौजूद हैं बहुत समय तक फ्री विल बैप्टिस्ट चर्च ने इस कब्रिस्तान की देखरेख की और समय समय पर यहां पर सफाई और पुताई का कार्य भी किया परंतु कुछ समय बाद धीरे-धीरे यहां लोगों का आना कम हो गया और आधा कब्रिस्तान मुस्लिम कब्रिस्तान के रूप में तबदील हो गया इसलिए ईसाई समाज के सभी पादरियों ने सरकार से अपील की है की उन्हें उस कब्रिस्तान का संरक्षण दोबारा दिया जाये क्यूँकी अब बरेली में उनके पास जो कब्रिस्तान थे वो पूरी तरह भर चुके हैं, अंतिम संस्कार हेतु उनके पास अब कोई स्थान नहीं है, इसलिए ईसाई समाज लगातार नए कब्रिस्तान की मांग कर रहा है, जिसके चलते इस फतेहगंज पश्चिमी में स्थित कब्रिस्तान का भी निरीक्षण किया और सरकार से दोबारा इसको लेने की मांग की है, इस अवसर पर ईसाई समाज बरेली के पादरी आशीष मैसी ने कहा यह कब्रिस्तान ब्रिटिश काल से हमारा है और हमें ही मिलना चाहिए क्यूंकि हमारे पास अब कोई और स्थान बाकी नहीं है l इस अवसर पर पादरी जॉन मैथ्यू पादरी पी के यूहनन, पादरी सुमन बर्ज पादरी संजय मसीह प्रेम जोयल पादरी नथैनियल लॉरेंस आशीष पीटर अमित मसीह जागन लाल आदी उपस्थित रहे.