ज्योति मौर्य मामले में कमांडेंट मनीष दुबे का सस्पेंड होना तय, डीजी होमगार्ड ने मांगी एफ आई आर की अनुमति

बरेली पीसीएस अफसर ज्योति मौर्य मामले में होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे को सस्पेंड होना तय हो गया है। बुधवार दोपहर तक आधिकारिक आदेश जारी हो सकते हैं। डीजी होमगार्ड विजय कुमार मौर्य ने बताया कि मनीष दुबे के खिलाफ आलोक नाम के युवक को धमकी देने के साक्ष्य मिले हैं। वहीं, एक महिला होमगार्ड की शिकायत मामले में भी दोषी पाए गए हैं। शासन को रिपोर्ट भेजकर उनके खिलाफ दोनों मामलों में FIR दर्ज करने की अनुमति मांगी गई है।

बता दें कि मनीष दुबे महोबा में जिला कमांडेंट होमगार्ड के पद पर तैनात हैं। हाल ही में बदायूं से उनका तबादला किया गया था। आलोक मौर्य, ज्योति मौर्य के पति हैं। पति-पत्नी के बीच तलाक को लेकर विवाद चल रहा है। आलोक ने आरोप लगाया था कि मनीष दुबे का उनकी पत्नी ज्योति के साथ अफेयर चल रहा है और दोनों उनकी हत्या की साजिश रच रहे हैं।

आलोक ने धूमनगंज में दी थी तहरीर

इस मामले में आलोक ने प्रयागराज के धूमनगंज थाने में तहरीर दी थी। इसके अलावा होमगार्ड मुख्यालय में भी अपनी शिकायत के साथ सुबूत के तौर पर कई वॉट्सऐप चैट, कॉल रिकॉर्डिंग सौंपी थी। इस शिकायत के बाद डीजी होमगार्ड ने प्रयागराज डीआईजी संतोष कुमार को जांच सौंपी थी। जांच में सामने आया कि मनीष दुबे, जोकि मोबाइल पर ज्योति मौर्या से उनके पति आलोक को रास्ते से हटाने की बात कह रहे हैं। कॉल रिकार्डिंग से कोई छेड़छाड़ नहीं हुई है। इसके लिए उसकी फॉरेंसिक जांच भी कराई जाएगी।

मनीष दुबे पर लगा चुका है दहेज उत्पीड़न आरोप

जांच में यह भी सामने आया है कि मनीष दुबे ने 2021 में लखनऊ की एक युवती से अलीगंज स्थित आर्य समाज मंदिर में शादी की थी, जिसने 80 लाख रुपये दहेज के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। उनकी पत्नी ने अपने बयान में इसकी पुष्टि की है। इसके अलावा अमरोहा में तैनाती के दौरान मनीष पर एक महिला होमगार्ड ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। दबाव में न आने पर महिला होमगार्ड को दो महीने तक ड्यूटी नहीं करने दी थी। परेशान महिला होमगार्ड ने उच्च अधिकारियों से शिकायत की थी और अपना तबादला करवा लिया था।

एक्शन होने के ये बिंदु मुख्?य कारण

जांच में साफ कहा गया है कि मनीष दुबे के खिलाफ जो मोबाइल की वाइस रिकॉर्ड और साक्ष्य दिए गए हैं, उससे साफ है कि उन्होंने ज्योति मौर्य के पति आलोक को रास्ते से हटाने की धमकी बात कही है।

मनीष दुबे ऑडियो और वीडियो की फॉरेंसिक जांच कराई जाए। साथ ही पुलिस इस मामले में विधिक कार्रवाई करे।

मनीष दुबे का कार्य लगातार अनुशासित नहीं रहा है। पहले भी शिकायत मिल चुकी हैं। उनके खिलाफ विभागीय जांच और कार्रवाई की जानी चाहिए।