कर्ज में डूबा डिस्ट्रीब्यूटर तो खुद के अपहरण की रच डाली कहानी 

बरेली कर्ज में डूबे बाल जीवन घुट्टी के डिस्ट्रीब्यूटर ने खुद का ही अपहरण करा लिया। अपहरण का ड्रामा करने वाले डिस्ट्रीब्यूटर ने दो दोस्तों से बहन को फोन करवाकर 20 लाख की फिरौती मांगी। जिसके बाद घर में हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी इज्जतनगर पुलिस बा एसओजी टीम को दी गई। एसओजी ने 4 घंटे के भीतर ही पूरे मामले का पर्दाफाश कर दिया।पुलिस ने खुद की किडनैपिंग का ड्रामा करने वाले डिस्ट्रीब्यूटर और उसके दो दोस्तों को गिरफ्तार कर आज जेल भेज दिया। इज्जतनगर थाना क्षेत्र के कर्मचारी नगर के रहने वाले प्रांजल सक्सेना बाल जीवन घुट्टी का डिस्ट्रीब्यूटर है। प्रांजल सक्सेना ने सोमवार रात को अपने दोस्त सिद्धार्थ मौर्य निवासी मढ़ीनाथ और कौशिक चौहान चौपुला निवासी से अपनी बहन जूही सक्सेना को फोन कराया। कौशिक चौहान ने फोन कर कहा कि प्रांजल का हमने अपहरण कर लिया है। उसकी जान की सलामती चाहते हो तो उनके बताए हुए पते पर बीस लाख रुपए जल्द से जल्द भेज दो। फोन आने के बाद ही घर में हंगामा हो गया। घबराई और डरी सहमी बहन जूही ने इज्जत नगर पुलिस को घटना की जानकारी दी। मामला अफसरों तक पहुंचने के बाद एसपी क्राइम मुकेश कुमार, सीओ आशीष प्रताप सिंह, इंस्पेक्टर राघवेंद्र प्रताप सिंह के एसओजी टीम के साथ पुलिस टीम नंबर को ट्रेस करने में जुट गई।इस दौरान लोकेशन को ट्रेस होने पर पुलिस ने प्रांजल सक्सेना उसके दोस्त सिद्धार्थ मौर्य और कौशिक चौहान को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान पूछताछ में प्रांजल सक्सेना ने बताया कि उसके यहां काम करने वाले कर्मचारी विनायक ने मार्केट में काफी माल बांट दिया। उस पर मार्केट का लाखों रुपये का कर्ज हो गया है। कंपनी वाले पैसे का दबाव बना रहे थे। जिसको लेकर वह काफी परेशान था।पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। मां हार्ट की मरीज है। इसलिए मां को परेशान नहीं करना चाहता था। इसीलिए अपने अपरहण का पूरा ड्रामा रचा।