युवा भारत जिला प्रभारी बनने के पश्चात हुई योग ऋषि स्वामी रामदेव जी से मुलाकात 


जिला के हर नगर कस्बा क्षेत्र में लगाया जाएगा योग शिविर लिया संकल्प :- संतराम
योग ऋषि से वार्तालाप में विश्व की भलाई के लिए रखी दो बड़ी मांग स्वामी जी ने स्वीकारा निवेदन
(विश्व के भलाई की मांग)
वैदिक शिक्षा बोर्ड में सम्मिलित हो वेद विज्ञान तथा बोर्ड में सम्मिलित हो विश्व का एकमात्र वैदिक वैज्ञानिक आचार्य अग्निवृत नैष्ठिक जी
राजगढ़ - जिला के युवा भारत नवनिर्मित जिला प्रभारी संतराम आर्य जिला प्रभारी बनने के पश्चात आशीर्वाद लेने पतंजलि योगपीठ हरिद्वार गए स्वामी रामदेव जी से मिले तथा विश्व कल्याण के लिए दो बड़ा निवेदन किया कहा अपना वैदिक शिक्षा बोर्ड में वेद विज्ञान सम्मिलित करने की मांग तथा उक्त बोर्ड में वैदिक वैज्ञानिक आचार्य अग्निवृत नैश्तिक जी को जोड़ने की बात कही जिस पर स्वामी रामदेव जी ने कहा यह मुझे पता है और यह सब करेंगे, इससे इससे कैसे होगा विश्व का भला जाने वेद विज्ञान की शिक्षा पढ़ने वाले बच्चे जीवन पर्यंत रोग मुक्त रहते हुए वैदिक वैज्ञानिक बनकर दुनिया वासियों की सेवा करेंगे उनके रिसर्च से बिना पेट्रोल डीजल के हेलीकॉप्टर से लेकर सभी वाहन चलेंगे तथा बिना खर्चे के मोबाईल वह सारा आविष्कार हि नहीं जनहित में प्रयोग होगा खेती और वैदिक अनाज का उत्पादन होगा घी दूध की नदियां बहेगी भारत,वैदिक राष्ट्र ही नहीं पूरा विश्व ऋषि-धर्मी,सनातनी सर्वश्रेष्ठ मतलब आर्य होगा क्योंकि लोगो की गरीबी बीमारी,भुखमरी सबका सर्वनाश हो जाएगा अगर वैदिक विज्ञान का आचरण शिक्षा जगत से समाज में आएगा तो लोग , लालची, ठग,अनाचारी भोगी,लोभी,रोगी,गरिबी,बेरोजगारी अनुपयोगीता नही रहेगी।

विष, दुख बर्बादी समस्या संकट आदि के सारे पापो कि जड़ अधूरा आधुनिक विज्ञान एवं सभी संप्रदाय ( हिन्दू ,मुस्लिम जैन सिख ईसाई आदि है। आधुनिक विज्ञान अधूरा है।

प्रमाण - वैदिक विज्ञान के ज्ञान से आम आदमी इस तरह का आचरण करेगा, जिससे हवा, पानी, भूमि,ध्वनि में प्रदुषण ना हो ।

उसका आचरण निम्नानुसार होगा -
१- वैदिक तरीके से खेती करेगा जिससे देश में ३३ लाख करोड़ रूपये प्रतिवर्ष खाद बीज दवाई के बचेंगे। जैसे, ३ लाख करोड़ रूपये रासायनिक खाद से एवं ३० लाख करोड़ एलोपेथी दवाई से। जब वह जहरीला भोजन ही नहीं खायेगा तब वह रोगी भी नहीं होगा।
२- कच्चे मिटटी के घर में रहेगा जिसकी आयु ४३२ करोड़ वर्ष वही सीमेंट की मकान की उम्र 50 वर्ष है जबकि सीमेंट के घर नहीं बनाने से देश के २५ लाख करोड़ रुपीये बचेंगे। तथा सीमेंट के दुष्प्रभाव के रोगों से भी बचेगा ।
३- वैदिक विज्ञान के गुरुकुल आरम्भ करने से देश के १० लाख करोड़ बचेंगे जो की आधुनिक विज्ञान की पढाई से बर्बाद हो रहे है। आधुनिक विज्ञान अधूरा है तभी तो इसने मानवता को रसातल में पहुँचा दिया है।
४- वैदिक विज्ञान के आचरण से सभी संप्रदाय ( हिन्दू ,मुस्लिम जैन सिख ईसाई आदि ) की दुकान बंद हो जाएगी, जिससे देश में ५ लाख करोड़ रूपये प्रतिवर्ष बचेंगे। आज स्कूल अधिक खुलने पर अशिक्षा अधिक बढ़ रही है अस्पताल अधिक खुलने पर बीमारी अधिक बढ़ रही है हम अज्ञानता में ज्ञान समझ रहे हैं आदि अनेक भलाई हेतु मांग की। उक्त मुलाकात में माचलपुर के योग शिक्षक रामलाल जी गुर्जर भ्याना से मांगीलाल जी सुतार के समक्ष बातचीत करते हुए जिला को योग मय बनाने का संतराम आर्य ने लक्ष्य लिया ।