Kanpur-(Kp Balaji Awasthi)-एक ही माँ के जन्मे बेटों मे जम कर चले लाठी डण्डे......

नर्वल- एक ही माँ के दो बेटों मे चली आपस में लाठियां

:-साढ़ क्षेत्र के असेनिया गांव की दिल दहला देने वाली घटना

नर्वल/कानपुर। जनपद के नर्वल तहसील के थाना साढ़ के बिरहर चौकी क्षेत्र के असेनिया गांव में आज हमे आल्हा छंद मे गायकों के द्वारा गायी गया एक आल्हा छंद प्रत्यक्ष रूप मे देखने मे नजर आया जिसमे कहा गया है कि "बांट भईया बैरी लागे, रण मे लगे दाहिनी बांह" जी हां असेनियां गांव मे जमीनी विवाद के चलते दो भाइयों में जम कर लाठियां चटकी जिसमे दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए साढ़ पुलिस ने एनसीआर दर्ज कर घायलों को मेडिकल हेतु भेज दिया है
असेनिया निवासी विनोद शुक्ला पुत्र शालिक राम शुक्ला ने तहरीर देते हुए बताया कि वह गुरुवार को दोपहर करीब बारह बजे अपने गांव असेनिया स्थित अपने खेत देखने अपने बहनोई यतेंद्र कुमार दीक्षित के साथ आए थे कुछ देर बाद सगा भाई प्रमोद शुक्ला साथ मे अपने साले अनमोल अग्निहोत्री और राधे श्याम आदि के साथ खेत पहुंचे और मांता जी पिता जी की मौत के बाद होने वाले बटवारे की बात करते हुए सबसे पहले सगे छोटे भाई ने हमारे उपर लाठी डंडों से वार कर दिया जिसके बाद उसका साला व एक अन्य ने हमे लगभग पचास से साढ़ लाठियां मारी जिसमे बीच बचाव करने के चलते हमारे बहनोई को चोटे आयी है जिससे हम दोनो गंभीर रूप से घायल हो गए हैं साढ़ थाना पुलिस ने लगभग चार घंटा घायलों को साढ़ थाने के सामने खड़े रखते हुऐ लगभग चार घंटे बाद घायलों को चिकित्सालय पहुचा सके थाना पुलिस ने तहरीर के अनुसार आरोपियों के खिलाफ एनसीआर दर्ज कर घायलों को सीएचसी भीतरगांव भेजा गया जहां से उन्हें जिला अस्पताल भेजा गया है थाना अध्यक्ष साढ़ सच्चिदा नन्द ने बताया की भाईयो में जमीन को लेकर विवाद है जिस पर दोनो पक्षों में मार पीट हुई थी एक पक्ष ने तहरीर दी थी जिस पर जांच की जा रही परंतु अब एक सवाल भी उठता है कि इतने गम्भीर घायलों को चार घंटे थाने के सामने खड़े रखने की बात पूछे जाने पर उन्होने कहा फार्मेल्टी पूरी की जा रही है यही बात कहते हए सिर्फ घायलो व उनके परिजनों को ही नही बल्कि पत्रकारों को भी एनसीआर लिखने की बात कहते हुए चार घंटे तक बिठाए रख्खा साथ ही एक नए दरोगा जी तो घायलों व पीडि़तो से पत्रकारों को कोई भी बात बताने से मना करते हुए कि कहां उनको तहरीर की फोटो कापी क्या दिखाने की जरूरत है काम से हमी को करना पड़ेगा पत्रकार क्या करेगे, लेकिन कहते है पत्रकार तो पत्रकार ठहरे उन्होने ने भी अपने पैर अंगद की तरह जमा कर वहीं बैठे रहे और सारा समाचार कव-रेज किया भी परंतु उन दरोगा जी का नाम नही जान सके जिनके विषय मे पत्रकार महोदय से बताने की बात कही गयी थी उन्ही दरोगा जी प्रति जानकारी जुटाने का कार्य़ तेजी से जारी भी है !!