पंचायत में राजावास के ग्रामीण बोले- छींटाकशी के चलते बेटियों को  नहीं भेजेंगे मस्तापुर स्कूल में; उस गांव से रिश्ते तोड़ने का भी ऐलान------   विद्यार्थियों में झगड़े के बाद बढ़ा तनाव---- जिला शिक्षा अध


रेवाड़ी (दिनेश राजपूूूत ) सरकार के तमाम दावों के बावजूदबेटियां एक बार फिर स्कूल छोड़ने
को मजबूर हो गई हैं। जिला के गांव मस्तापुर स्थि त राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में पढ़ने के लिएआने वाली राजावास गांव छात्राओंसे कथित छेड़छाड़ व छींटाकशी सेपरेशान ग्रामीणों ने बुधवार को पंचायत की। पंचायत के बाद ग्रामीण जिलाशिक्षा अधिकारी से मिलने पहुंचे औरपूरे मामले से अवगत कराते हुए ठोसकार्रवाई किए जाने की मांग की पंचायत के इस फैसले के बादडीईओ ने पूरे मामले से पुलिसप्रशासन को अवगत कराते हुएछात्राओं के लिए निजी बस उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है तथामामले की जांच के लिए कमेटी गठित
कर दी है।
मामले की शुरूआत कुछ माह पहलेमस्तापुर गांव के युवकों द्वारा राजावास गांव के युवकों से मारपीट के बाद हुईहै। राजावास के ग्रामीणों का आरोप
है कि स्कूल से आते-जाते समयमस्तापुर के युवकों द्वारा छात्राओं परछींटाकशी करने के साथ फब्तियां
कसी जाती है जिसका विरोध करनेपर उनके गांव के छात्रों को पीटा गया। इसके बाद मामला और बढ़ गया
तो मस्तापुर से राजावास आने वालेगांव के लोगों के साथ भी मारपीट कीगई। इसके बाद से दोनों गांवों में तनाव बढ़ गया है और मस्तापुर के लोगों द्वारा भी इस मामले को सुलझाने में कोईरूचि नहीं लेने के कारण युवकों कीहरकत लगातार बढ़ती जा रही है। इससे परेशान होकर बुधवार को राजावास गांव में पंचायत का आयोजन किया गया जिसमें निर्णय लिया गया कि गांव से जाने वाले लगभग 35 विद्यार्थियों को वे स्कूल नहीं भेजेंगे। जब तक छात्राओं से छेड़छाड़ करने वालों पर कार्रवाई नहीं की जाती है तब तक वह अपने बच्चों को स्कूल में नहीं भेजेंगे।