तहसीलदार अजय गुप्ता ने बीकर गढ़ पीसीएफ का देर रात किया औचक निरीक्षण

ऊंचाहार, रायबरेली।धान खरीद केंद्र पर व्यापारियों और बिचौलियों की सांठ गांठ कोई नई बात नहीं है। यह अधिकतर केंद्रों पर देखने को मिल ही जाती हैं। यहां तक कि मंत्रियों और डीएम के निरीक्षण के बावजूद जब बीते दिनों महाराजगंज धान खरीद केंद्र पर कर्मचारियों द्वारा किसानों को परेशान किया जा रहा था। तो जनपद के उन धान क्रय केंद्र पर तो किसानों का परेशान होना स्वाभाविक है, जहां पर कई महीनों से जिले का कोई उच्च अधिकारी जांच के लिए ही न आया हो।

हम बात कर रहे हैं जनपद रायबरेली के ऊंचाहार और रोहनियां ब्लॉक के धान खरीद केंद्रों की, जहां किसान दिन भर लाइन लगाकर अपने धान की तौल कराता है साथ ही केंद्र प्रभारी की आवभगत भी करता है। लेकिन फिर भी किसानों का धान बिना डस्टर लगाए तौल नहीं किया जाता , लेकिन किसानों का ही आरोप है कि वहीं यदि किसी बिचौलिए या व्यापारी के द्वारा भेजी गई, ट्रैक्टर ट्राली केंद्र पर आ जाए, तो बिना तौल, बिना लाइन लगाए और बिना डस्टर लगाए ही केन्द्र में उतार दी जाती है। यह पूरी तरह से किसानों का शोषण है, और फिर भी किसान लाचार।
बीते दिनों से उपर्युक्त तरीके से भारी अनियमितता बीकरगढ़ धान खरीद केंद्र पर भी बरती जा रही थी, जिसको लेकर किसानों का आक्रोश भी व्याप्त था।
जैसे ही इसकी सूचना ऊंचाहार तहसीलदार अजय कुमार गुप्ता को लगी तो वह आज गुरुवार की देर रात बीकरगढ़ के धान खरीद केंद्र पर छापा मारने पहुंचे, जहां उन्हें भारी अनियमितता देखने को मिली। इस बाबत तहसीलदार अजय कुमार गुप्ता ने फोन पर बताया कि अचानक से रोहनियां ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले इस केंद्र पर बरती जा रही लापरवाही की जानकारी मिली तो मौके पर पुलिस बल के साथ जांच करने पहुंच गए । इस दौरान उन्हें केंद्र पर एक गाड़ी लोड होते दिखी जिसके बारे में उन्होंने बताया कि उसे सुबह राइस मील जाना है किसी कारणवश लोडिंग में देरी हुई। फिलहाल तहसीलदार ने आश्वस्त किया कि इस केंद्र से किसानों को होने वाली समस्याएं आगे नहीं होगी और इस पर प्रशासन की नजर रहेगी ।लेकिन सवाल फिर भी यही है कि ऐसे धान खरीद केंद्रों पर किसानों का धान कम और बिचौलिए, ब्यापारियों के धान की खरीद अधिक क्यों की जाती है, क्या इसका कोई निष्कर्ष भी निकलेगा ..?