न्यायालय ने दिया सात लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश

मुरादाबाद मंडल। जब पुलिस की शिथिलता का पीड़ित परिवार शिकार हो जाए और थाने के चक्करों से पीड़ित का साहस न्याय के अभाव में समाप्त होने की कगार पर हो तब पीड़ित परिवार न्यायालय का दरवाज़ा नई उम्मीद से खटखटाने पहुंचता है। जिसके बाद पीड़ितों को न्याय मिलना संभव हुआ है। ऐसा ही मामला मुरादाबाद बॉर्डर के समीपवर्ती निवासी गांव चकफेरी तेजपाल पुत्र भुकन के साथ हुआ। आरोप है कि गांव के लोग पीड़ित से रंजिश मानते चले आ रहे है। पीड़ित के पिता की भूमि पर पॉपलर के पेड़ लगे हुए थे। तेजपाल अपने पॉपलर के पेड़ कटवा रहा था। तभी गांव के ही मुखराम ,विक्रम ,यादराम , करन , जसकरन असलम खां और तारिक खां तेजपाल के खेत पर पहुंच गए। पेड़ो को कटता देख सभी लोग आक्रोशित हो गए और तेजपाल के साथ गाली-गलौच व मारपीट की और धमकी दी आइंदा खेत पर आया तो जान से मार देंगे। उसी दौरान पांच मई को थाना सैफनी पुलिस को सूचना दी गई। लेकिन ,थाना पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की। तेईस मई को तेजपाल के पिता भूकन अपने खेत पर पहुंचे तो देखा गांव के ही मुखराम विक्रम यादराम करन जसकरन असलम खां एवं तारिक खां पेड़ काट रहे थे। पीड़ित के पिता ने विरोध जताया तो सभी हमलावर हो गए और जबरदस्ती पीड़ित के पिता को गिराकर उनके मुंह में विषैला पदार्थ डाल दिया। जिसके बाद भूकन की हालत बिगड़ गई और आनन-फानन में सरकारी हॉस्पिटल ले जाया गया ,जहां पर डॉक्टरों के पेनल ने मृत घोषित कर दिया। थाने से कोई सुनवाई नहीं हुई तो पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक रामपुर को प्रार्थना पत्र दिया। लेकिन, पुलिस अधीक्षक के कार्यालय से भी निराशा हाथ लगी। जिसके बाद पीड़ित ने न्यायालय की शरण ली। न्यायालय ने प्रथमा दृष्ट्या गंभीर किस्म का अपराध होना माना है। जिसके बाद थाना सैफनी पुलिस को मुखराम ,विक्रम , यादराम , करन जसकरन,असलम खां और तारिक खां समेत सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्जकर जांच करने के आदेश दिए है। पीड़ित तेजपाल ने रविवार को मिडिया को जानकारी दी है।