विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के द्वारा मांगों को लेकर किया गया प्रदर्शन

कानपुर (सिटी अपडेट न्यूज/महेश प्रताप सिंह).विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के द्वारा अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया अगुवाई कर रहे प्रबल प्रताप ने बताया कि उत्तर प्रदेश ऊर्जा निगमों में शीर्ष प्रबंधन की स्वेच्छाचारिता एवं हिटलर शाही नीति पर तत्काल विराम लगाकर कार्य का वातावरण बनाया जाए तथा कार्मिकों को मिलने वाले वर्षों पुरानी विभिन्न भत्तों को व्यवहारिकता में पुनरीक्षित किया जाए। अभिषेक यादव के मुताबिक कार्मिकों के साथ बड़े पैमाने पर हुए उत्पीड़न की कार्रवाई को तत्काल समाप्त कर उत्तर प्रदेश शासन में कार्मिकों के विरुद्ध बिना साक्ष्य सहित हलफनामे में की गई शिकायतों की जांच स्थापना किए जाने का अनुपालन किया जाना सुनिश्चित किया जाए तथा तेलगाना पंजाब राजस्थान की भांति विभाग के संविदा कर्मियों को नियमित किया जाए। हड़ताल कर रहे कर्मचारियों ने एक स्वर में विद्युत बोर्ड के विघटन के समय कार्मिकों की सेवा शर्तों एवं कार्मिकों को पूर्व मिल रहे निम्नतम 3 प्रौन्नत पदों का समयबद्ध वेतनमान बहाल किया जाए तथा एलएमवी 10 की सुविधा इत्यादि को यथावत जारी रखा जाए। प्रबल प्रताप के मुताबिक शिखर प्रबंधन स्तर पर स्वेच्छाचारिता एवं तानाशाही तथा नियम व कानूनों को ताक पर रखकर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करना एवं बड़ी कंपनियों को विभाग का धन लूटवाकर खुद लाभ कमाना ऊर्जा निगम लगातार घाटे में पहुंचाकर प्रत्येक डिस्कामो की रेटिंग में अप्रत्याशित गिरावट का प्रयास जारी है जिसके विरोध में मुख्य अभियंता विद्युत कॉलोनी गोविंद नगर के प्रांगण में विरोध सभा जारी है जो अनवरत जारी रहेगा। सभा को संबोधित करते हुए इंजीनियर गौरव कुमार संयोजक संयुक्त संघर्ष समिति ने आरोप लगाते हुए बताया कि वर्तमान चेयरमैन की स्वेच्छाचारिता के कारण विभाग के नियम व कानून को ताक पर रखकर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है।इस मौके पर मुख्य रूप से प्रबल प्रताप अभिषेक यादव नीरज तिवारी अमित श्रीवास्तव रविंद्र सिंह चौहान अभय सिंह चौहान अरविंद यादव अमित शुक्ला सीमा अनीता प्रियंका बाजपेई महेश कुमुद बाजपेई सहित काफी संख्या में कर्मचारी मौजूद रहे बताया कि वर्तमान चेयरमैन की स्वेच्छाचारिता के कारण विभाग के नियम व कानून को ताक पर रखकर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है