*ब्लाइंड मर्डर केस का 36 घण्टे के अन्दर अनावरण, लूट के इरादे से बुजुर्ग महिला की घर मे घुसकर हत्या करने वाले 02 हत्यारोपी आलाकत्ल सहित गिरफ्तार।

अपराध एवं अपराधियों के विरूद्ध कृत कार्यवाही के अन्तर्गत आज दिनांक 22 नवम्बर 2022 को थाना कोतवाली नगर पुलिस टीम द्वारा थाना कोतवाली नगर पर पंजीकृत मु0अ0सं0- 837/22 धारा-302,394,411,120बी,201 भादवि से संबंधित साक्ष्य संकलन एवं विवेचना के क्रम में प्रकाश में आये अभियुक्तगण 1.रामराज पाल पुत्र शीतलदीन निवासी कप्तान का पुरवा थाना कोतवाली नगर रायबरेली 2.संदीप पुत्र रामसुमेर निवासी बेलाटिकई थाना भदोखर जनपद रायबरेली को थानाक्षेत्र के मामा तिराहे के पास से नियमानुसार गिरफ्तार किया गया है । अभियुक्तगण के विरुद्ध अग्रिम विधिक कार्यवाही करते हुए न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जा रहा है ।

उल्लेखनीय है कि दिनांक 19 नवम्बर 2022 को समय करीब 6.45 बजे थाना कोतावाली नगर क्षेत्रान्तर्गत इन्दिरा नगर निवासी स्नेह कुमारी शुक्ला पत्नी स्व0 विरेन्द्र शंकर शुक्ला उम्र करीब 65 वर्ष की हत्या होने की सूचना उनके भाई सोमप्रकाश के द्वारा कोतवाली नगर पुलिस को दी गयी थी। प्राप्त सूचना पर तत्काल उच्चाधिकारीगण द्वारा प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर/फॉरेंसिक टीम/पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया गया तथा विधिक कार्यवाही करते हुए शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया था, घटना के अनावरण हेतु 05 टीमों का गठन किया गया था। प्राप्त तहरीर के आधार पर थाना कोतवाली नगर पर अभियोग पंजीकृत कर विधिक कार्यवाही की प्रारम्भ की गयी और गहनता से सभी पहलुओं पर जांच की जा रही थी। ह्युमन एण्ड टेकनिकल इंटेलीजेंस की सहायता से घटना का सफलतापूर्वक खुलासा किया गया।

*पूछताछ का विवरण-*

कडाई से पूछताछ करने पर गिरफ्तार अभियुक्त संदीप द्वारा बताया गया कि दिनांक 19 नवम्बर 2022 को मै,रामराज और उनके लड़के विकास के साथ MIG-87 इन्दिरा नगर थाना कोतवाली नगर रायबरेली स्नेह कुमारी शुक्ला के यहां गार्डन की घास काटने/मजदूरी करने के लिये गये थे और सुबह 10.00 बजे से 1.30 बजे तक घास काटने के बाद मै और विकास अपनी मजदूरी लेकर कप्तान का पुरवा चले गये और उसके 01 घण्टे बाद रामराज भी वापस आ गये । रामराज पहले से ही स्नेह कुमारी शुक्ला को जानते थे उनके यहां मजदूरी करने आया-जाया करते थे । रामराज के द्वारा मुझे और विकास को बताया गया कि स्नेह कुमारी शुक्ला के पास बहुत पैसा है और अकेले रहती है यदि इन्हे मार दिया जाये तो अच्छा खासा धन मिल सकता है। इसी बात को मैने और विकास ने अपने दिमाग मे रखकर लूट की योजना बनाई और शाम 4.00 बजे मै और विकास घर से निकल कर शराब के ठेके पर आये और शराब पिये तथा सीसीटीवी कैमरे मे रिकार्ड न हो इसके लिये बचते बचाते बीरबल के अस्पताल के पीछे झांडियों से छिपते हुये रस्तोगी के खण्डहर की बाउन्डरी फांद कर स्नेह कुमारी शुक्ला के घर मे घुसे और उनका दरवाजा खटखटाया। स्नेह कुमारी शुक्ला हमें पहले से जानती/पहचानती थी इसलिये उन्होने दरवाजा खोल दिया और जैसे ही स्नेह कुमारी शुक्ला ने दरवाजा खोला तो विकास ने स्नेह कुमारी का मुंह अपने हथेली मे जोर से दबा लिया और हम दोनों मिलकर उन्हे घसीटते हुये किचन तक ले गये, वहां नीचे जमीन पर लिटा दिया। मैने स्नेह कुमारी शुक्ला के हाथ को पकड़ रखा था और पास मे ही रखे चाकू से विकास ने स्नेह कुमारी शुक्ला की गर्दन काट दी जब खून निकलने लगा और वह बेहोश हो गयी तो हम दोनों ने घर मे रखे बक्से और अलमारी को खंगाला तो बक्से से केवल 6000/- रुपये मिले तथा एक मोबाइल मिला जो विकास ने अपने पास रख लिया था । किसी को शक ना हो, इसलिये हम लोगों ने घर का सारा सामान बिखरा दिया ताकि लोगों को लगे की कोई चोरी करने घर मे घुसा था । इसके बाद हम लोग जिस रास्ते से घर मे घुसे थे उसी रास्ते से वापस चले गये, जो रुपये वहां से मिले थे उन्हे हम लोगों ने आपस मे बांट लिया जिसमें मुझे 2000/-, विकास को 3000/- और रामराज को 1000/- रुपये मिला था और वह मोबाइल विकास ने अपने पास रखा हुआ है ।