भ्रष्टाचार का गढ़ नवीन जिला सक्ती ग्राम पंचायत छपोरा, नरियरा में हुए भ्र्ष्टाचार पर कब देंगे सीएम ध्यान!

जैजैपुर ।।भ्रष्ट कार्योंका नजारा देखना हो तो जनपद पंचायत और उसके अधीन ग्राम पंचायतों में जाना जरूरी होगा।यही वह विभाग है जिसमे शासन कि सारी महत्वकांक्षी योजनाओं का संचालन किया जाता है ग्रामीण अंचलों के विकास की नींव इसी विभाग से रखी जाती है ग्राम पंचायतों की मूलभूत की सारी व्यवस्था भी जनपद पंचायत से ही किया जाता है।परंतु दुर्भाग्य देखिये जनपद विभाग ही भ्रष्ट विभागों में अव्वल नंबर पर गिना जा रहा है.
दरअशल शासन की ओर से कई योजनाओं के तहत ग्राम पंचायतों के विकास के लिए करोड़ो रूपये स्वीकृति किये गये थे जिन पैसों का दुरुपयोग पंचायत सचिव भागवत प्रसाद साहू ने ग्राम पंचायत मिरौनी, नरियरा,घोघरी,भड़ोरा,
अचरितपाली और छपोरा में भ्रष्ट किये है आलम यह है कि शासकीय पैसे का बंदरबांट कमीशन के रूप में एवं निर्माण कार्यो के नाम खुलेआम किया गया है।शासन की विभिन्न योजनाओं से निर्मित कार्यो की हालत दयनीय हो गई है नतीजन निर्माण कार्य भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही है .
उदाहरण के रूप में आप नवीन जिला सक्ती के जनपद पंचायत मालखरौदा अंतर्गत पंचायत सचिव भागवत प्रसाद साहू ने ग्राम पंचायत मिरौनी, नरियरा,घोघरी,भड़ोरा,
अचरितपाली और छपोरा को ही ले लीजिए जहां बगैर कमीशन का काम हो पाना संभव नही लगता? ग्राम नरियरा में किये गए करोड़ो रूपये की निर्माण कार्यो की भेंट चढ़ चुकी है यहां के हालात का जायजा लेना हो तो जनपद क्षेत्र के कुछ चुन्नीदा ग्राम पंचायत का ही रुख कर लीजिए नतीजा आपके सामने दिख जाएगा ।यह ऐसा ग्राम पंचायत पंचायत सचिव ने जहां भ्रष्टाचार का खुला खेल नही खेला गया होगा यह पंचायतों में शासन के योजनाओं से निर्माण हुए विभिन्न निर्माण कार्यो में गुणवत्ता की अनदेखी कर भ्र्ष्टाचार को बढ़ावा दिया गया है लिहाजा निर्माण कार्यो की सूक्ष्म जांच कराने पर जनपद के कई भ्र्ष्टाचारियो के पोल खुल जाएंगे।
गौरतलब है कि यह सचिव से शुरुवात होकर गांव गांव पहुच रहे भ्रष्टाचार का अभियान थमने का नाम नही ले रहा है सचिव सभी सरकारी राशि पर सेंधमारी की ठेकेदारी कर रहे है। हालही में कुछ सूचना के अधिकार से जानकारी हमे प्राप्त हुई जिसमे ग्राम पंचायत नरियरा, छपोरा, रनपोटा अचरितपाली,घोघरी,इत्यादि में सचिव के द्वारा शासन से स्वीकृत विभिन्न निर्माण कार्यो में खुलेआम भ्रष्टाचार किया गया है ।इन ग्राम पंचायतों के निर्माण कार्यो की अगर पूरी ईमानदारी से जांच किया जाए तो भ्र्ष्टाचार के असल खेल का पर्दाफाश हो जाएगा ।वही ग्राम पंचायतों में महज कागजो में बनाये गए स्वक्ष भारत मिशन के तहत शौचालयों में भी भारी भ्रष्टाचार करने की जानकारी मिल रही है ।शौचालय निर्माण में फर्जी जिओ टेक का भी अहम रोल है ।ग्राम पंचायतों में फर्जी जिओ टेक कर शासकीय राशि का आहरण भी फर्जी तरीके से किया गया है दुर्भाग्य की बात तो यह है कि जिन गरीब ग्रामीणों ने अपने पैसों से शौचालय बनाया है उन्हें आज पर्यंत तक शासन की प्रोत्साहन राशि वास्तविक लोगो को नही मिली है और फर्जी राशि निकालकर सचिव के द्वारा हजम करने की भी बात ग्रामीणों द्वारा कहा गया अगर स्थिति हो तो प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी को संज्ञान लेकर तत्काल कारवाही करने की आवश्यकता होगी।

मैंने जांच टीम ग्राम पंचायत नरियरा भेजा गया था जांच हो गया है अनियमितता मिली है और ग्राम पंचायत छपोरा में जांच टीम मौके में जाकर जांच कर रहे है जांच प्रतिवेदन नही मिला है और बाकी अन्य पंचायतों के लिए जांच टीम गठित किया जाएगा।

संदीप पोयाम
सीईओ
जनपद पंचायत मालखरौदा