मात्र 05 मिनट में रामलीला का पूरा वर्णन सराहनीय- जयवीर सिंह

  • एस.बी.आर.एल. एजूकेशनल अकादमी में हुआ लोकपर्व का आयोजन

पंकज शाक्य

मैनपुरी- पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने एस.बी.आर.एल. एजूकेशनल अकादमी में जिला प्रशासन, लोक एवं जनजाति कला एवं संस्कृति संस्थान के निदेशक अतुल द्विवेदी एवं विद्यालय की प्रबंधक डॉ. स्तुति गुप्ता के निर्देशन में आयोजित लोकपर्व कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि लगातार कई कार्यक्रम भव्यता, धूमधाम, हर्षोल्लास के साथ जनपद में आयोजित कराए गये, अमृत महोत्सव के अंतर्गत 11 अगस्त से 15 अगस्त तक विभिन्न कार्यक्रम, प्रस्तुतियां जनपद में आयोजित हुयीं, पिछले 05 सालों से इस तरह के कोई भी कार्यक्रम आयोजित नहीं कराए जा रहे थे लेकिन अब लगातार कार्यक्रमों की संख्या बढ़ी है, लोगों में उत्साह और उमंग का माहौल बना है, जिस तरीके से कार्यक्रम आयोजित कराए जा रहे है ताकि जनपद के युवाओं को अपनी सांस्कृतिक विरासत की जानकारी हो सके और वह अपनी पुरानी परंपरागत विधाओं से जुड़कर इसे आगे बढ़ाने में अपना योगदान दे सकें। उन्होने कहा कि विद्यालय की छात्र-छात्राओं द्वारा हरण के उपरांत अशोक वाटिका में व्योग में बैठीं माता सीता का चित्रण एवं भगवान श्रीराम द्वारा रावण वध का प्रदर्शन बेहद मनमोहक था, इस चित्रण में शामिल सभी बच्चे बधाई के पात्र हैं, जिन्होंने अपने-अपने किरदार को बखूबी निभाया और मात्र 05 मिनट के अंदर रामलीला का पूरा वर्णन कर दिखाया।

पर्यटन मंत्री ने कहा कि सांस्कृतिक गतिविधियों के आयोजन के परिपेक्ष्य में पृष्ठभूमि की मंशा है कि प्रदेश सरकार भारत के विभिन्न राज्यों के साथ सांस्कृतिक गतिविधियों का आदान-प्रदान करें, प्रदेश में अब तक 07 राज्यों के साथ-साथ 03 अन्य देशों के साथ सांस्कृतिक क्षेत्र में एम.ओ.यू. कर चुके हैं, विश्व के ऐसे 28 देश जहां सनातन धर्म, हिन्दू परंपरा को मानने वाले लोग मौजूद है, के साथ भी वार्ता की जा रही है, उन सब देशों के साथ अगले 01 साल के अंदर एम.ओ.यू. करके सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने हेतु कार्यक्रम शुभारंभ किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि यह हम सब के लिए खुशी की बात है कि विभिन्न प्रांतों की संस्कृति, भाषा और उनकी मान्यताओं वाली परंपरा जिस तरह से आदिवासी लोग देवी को खुश करने के लिए उनकी पूजा-अर्चना करते हैं, इसका चित्रण आज अवधि क्षेत्र की गायिका द्वारा किया गया है साथ ही झारखंड के कलाकारों द्वारा छाऊ लोकनृत्य (महिषासुर मर्दिनी) की प्रस्तुति देकर कार्यक्रम उपस्थित श्रोताओं का भरपूर मनोरंजन कराया।

संस्कृति मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रत्येक जनपद के एतिहासिक एवं सांस्कृतिक महत्व के स्थलों का जीर्णोद्धार कराकर उन्हें पर्यटन के रूप में विकसित करने का कर्य कर रही है ताकि प्रत्येक जनपद की पहिचान उसकी सांस्कृतिक विरासत से हो और पर्यटक वहां घूमने जायें। उन्होने कहा कि इसी श्रृंखला में जनपद के पुरातात्विक महत्व के स्थलों को विकसित करने का वीणा सांस्कृतिक विभाग ने उठाया है, प्रथम चरण में जनपद के स्वतंत्रता संग्राम के पुरोधा महाराजा तेज सिंह के किले एवं विख्यात शीतला देवी मंदिर के जीर्णोद्धार करने की कार्ययोजना बनायी लेकिन भूमि विवाद के कारण यह कार्य संभव नहीं हो सका। उन्होने कहा कि जनपद मुख्यालय के एतिहासिक रामलीला मैदान के सम्पर्क मार्ग के विकास हेतु रू. 70 लाख, कुरावली के रामलीला मैदान की बाउण्ड्रीवॉल, जीर्णोद्धार, गेट, मंच निर्माण हेतु रू. 02 करोड़, च्यवन ऋषि आश्रम में मूलभूत सुविधाओं एवं सौन्दर्यीकरण हेतु रू. 05 करोड़, मार्कण्डेय महादेव मंदिर के पुनरउद्धार, सौन्दर्यीकरण हेतु लगभग रू. 04 करोड़ की धनराशि शासन स्तर से उपलब्ध करायी जा रही है। उन्होने कहा कि अगले 05 साल में जनपद के सभी एतिहासिक स्थलों का पुनरउद्धार कराकर जनपद को पर्यटन के मानचित्र पर प्रदेश में ऊपर लाने का कार्य होगा, जनपद विकसित जनपद के साथ-साथ पर्यटन के क्षेत्र में भी अपनी पहचान स्थापित करेगा।

जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने कहा कि पावन नवरात्रि के अवसर पर देश के परंपरागत सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन पर्यटन मंत्री के सौजन्य से जनपदवासियों को देखने को मिला, इसके लिए जिला प्रशासन, जनपदवासी उनके आभारी हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटन मंत्री के मन में हमेशा जनपद के सर्वांगीण विकास का ख्याल रहता है, वह हमेशा यहां के लोगों के हितों के बारे में सोचते रहते हैं, उनके ही अथक प्रयासों के कारण विगत 03 वर्षों से बंद जनपद की ऐतिहासिक एवं सुप्रसिद्ध श्री देवी मेला एवं ग्राम सुधार प्रदर्शनी का इस बार भव्य आयोजन हो सका, हर घर तिरंगा अभियान के दौरान भी उनके सक्रिय सहयोग के फलस्वरूप जनपद में 05 लाख से अधिक झंडे फहराए गए, वृहद स्तर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुए, जिसकी गूंज प्रदेश में सुनाई दी। उन्होंने कहा कि जनपद के ऐतिहासिक, पुरातात्विक महत्व के स्थलों का जीर्णाेद्धार, मुख्य चौराहों के सौंदर्यीकरण के लिए भी पर्यटन मंत्री ने नेतृत्व देकर शासन स्तर से धनराशि अवमुक्त कराने का कार्य किया, जल्द ही विकास एवं प्राकृतिक महत्व के स्थलों के जीर्णाेद्धार के उपरांत जनपद की तस्वीर बदली हुयी दिखेगी, जनपद प्रदेश में अपनी अलग पहचान स्थापित करेगा।

निदेशक लोक एवं जनजाति कला एवं संस्कृति संस्थान अतुल द्विवेदी ने कहा कि पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री के कुशल नेतृत्व में संस्थान से जुड़े कलाकारों को बहुत समय बाद जनपदों में अपनी कला प्रदर्शित करने के अवसर प्रदान हो रहे हैं, विभाग का अधिकतर बजट कलाकारों के ऊपर व्यय किया जा रहा है, इन कलाकारों को अपनी परंपरागत विधाओं को जन-सामान्य के सम्मुख प्रदर्शित करने के अवसर मिल रहे हैं, लोक एवं जनजाति कला, संस्कृति संस्थान पर्यटन मंत्री का आभारी है। इस अवसर पर विद्यालय के प्रबन्धक एस.सी. गुप्ता, प्रधानाचार्या डा. स्तुति गुप्ता, अनुराग गुप्ता एवं उनकी टीम ने सभी आगतुंकों को बुके प्रदान कर सम्मानित किया। इस दौरान जिलाध्यक्ष प्रदीप चौहान, उप जिलाधिकारी सदर, किशनी, नवोदिता शर्मा, आर.एन.वर्मा, क्षेत्राधिकारी नगर संतोष कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार वर्मा, पर्यटन अधिकारी प्रदीप टमटा, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि गोविंद भदौरिया, पूर्व विधायक अशोक चौहान, जिला संचालक रामनाथ, जिला प्रचारक धर्मेंद्र, धीरू राठौर, अमित गुप्ता, करनपाल सिंह चौहान, शिवदत्त भदौरिया, भूपेंद्र यादव, उदय चौहान आदि उपस्थित रहे।