मुख्य चिकित्सा अधिकारी के नेतृत्व में क्षेत्र में झोलाछाप चिकित्सक द्वारा संचालित आस्था हड्डी अस्पताल पर की गई छापेमारी

धन कमाने की होड़ में क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार

बछरावां रायबरेली। जहां एक तरफ सरकार आम जनमानस के निशुल्क व बेहतर शिक्षा चिकित्सा के लिए सतत प्रयासरत है। वहीं क्षेत्र में एक नया ट्रेंड झोलाछाप डॉक्टरों ने शुरू किया है एक चिकित्सक का नाम बोर्ड पर लिखकर टटिया की आड़ बनाकर झोलाछाप डॉक्टर शिकार कर रहे हैं। मामला अमावा चौराहा स्थित दोस्त पुर गांव के आस्था हड्डी अस्पताल का है जहां पर झोलाछाप चिकित्सक विकास कुमार द्वारा एक्स रे मशीन लगाकर हड्डी का इलाज किया जा रहा था मामले की जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी रायबरेली को होने पर उन्होंने विगत शनिवार को अपनी टीम के साथ छापेमारी की छापेमारी के दौरान हड्डी के अस्पताल का रजिस्ट्रेशन मुख्य चिकित्सा अधिकारी को नहीं मिला अस्पताल में डॉक्टर संतोष गुप्ता का भी नाम लिखा हुआ था मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने 3 दिन के अंदर अस्पताल के रजिस्ट्रेशन के कागजात सीएमओ कार्यालय में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए अन्यथा की स्थिति में एफ आई आर कराने के लिए अवगत कराया। अगर क्षेत्र में इसी तरह मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा जांच पड़ताल की जाए तो सैकड़ों की संख्या में झोलाछाप डॉक्टर कहीं हड्डी का इलाज तो कहीं पेट का इलाज तो कहीं दांत का इलाज करते हुए खुलेआम देखे जा सकते हैं। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार डॉक्टर संतोष गुप्ता द्वारा क्षेत्र में कई जगहों पर बोर्ड में अपना नाम लिखवा कर झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा इलाज करवाया जा रहा है वही मामला जॉब इन झोलाछाप डॉक्टरों की पहुंच से बाहर होता है तब एक निर्धारित कमीशन पर डॉक्टर संतोष गुप्ता को मरीज दे दिया जाता है क्षेत्र में ऐसी कमीशन खोरी का अवैध धंधा भी संचालित हो रहा है। इस संबंध में संवाददाता ने जब डॉक्टर संतोष गुप्ता के मोबाइल नंबर पर बात करना चाहा उनसे फोन पर संपर्क नहीं हो सका।