यमुना नदी में पतवार टूटने से डूबी नाव, कइयों के मरने की आशंका

त्तर प्रदेश के जनपद बांदा में यमुना नदी में नाव डूबने की बड़ी दुर्घटना तेज हवाएं चलने और नदी की लहरों में नाव को आगे बढ़ाते समय अचानक नाविक की पतवार टूट गई। जिससे नदी की तेज धारा में नाव अनियंत्रित होकर पलट गई। नाव में दुर्घटना के समय 40 से अधिक लोग सवार थे। इनमें से 15 लोग तैर कर बाहर आ गए, जबकि दो महिलाएं और एक बच्ची की लाश नदी के किनारे आ गई। जबकि गोताखोरों व ग्रामीणों ने 15 लोगों को जीवित बचा लिया है। पुलिस के मुताबिक अभी भी 17 लोग लापता हैं। इस तरह लगभग 20 लोगों के मरने की आशंका है।जनपद बांदा का मरका गांव नदी के किनारे यमुना नदी के किनारे बसा हुआ है। यहां से फतेहपुर आने जाने के लिए लोग नाव का सहारा लेते हैं। गुरुवार को फतेहपुर की तरफ से आ रही 40 से अधिक सवारियों के अलावा इसमें 15 मोटरसाइकिलें भी रखी हुई थी। नाव यमुना नदी के बीच धारा में थी तभी तेज हवाओं के चलते नाविक की पतवार अचानक टूट गई। जिससे नदी की लहरों में नाव लहराने लगी और अनियंत्रित होकर नदी में समा गई।यह घटना गुरुवार को लगभग 3 बजे हुई। इस घटना की जानकारी जैसे ही मरका के ग्रामीणों को हुई तो वहां बड़ी संख्या में लोग उमड़ पड़े। गोताखोरों ने पानी में डूब रहे लोगों को बचाने का प्रयास किया। इस बीच दो महिलाओं और एक बच्ची की लाश पानी में बहते हुए नदी के किनारे आ गई और कई लोग तैर कर बाहर आने में सफल हो गए। नाव में कितने लोग सवार थे स्थिति अभी तक साफ नहीं हो सकी है।इधर पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने बताया कि दुर्घटना के बाद 15 लोगों को बचा लिया गया है और तीन लोगों की लाशें बरामद हो गई है। जबकि 17 लोग अभी भी लापता हैं। जिन लोगों को रेस्क्यू करके बचाया गया है। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिनकी हालत सामान्य है। उन्होंने बताया कि राहत और बचाव कार्य के लिए एसडीआरएफ और जल पुलिस की टीमों को बुलाया गया है। साथ ही नदी के किनारे लाइटिंग की व्यवस्था की गई है, ताकि रात में भी राहत और बचाव कार्य के दौरान किसी तरह की असुविधा न हो।घटनास्थल पर डीआईजी, कमिश्नर, जिलाधिकारी अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा विभिन्न राजनीतिक दलों के जनप्रतिनिधि मौजूद है।