बसंत कुजूर के द्वारा बताया आर एस एस को आदिवासी विरोधी ढकोसला भाजपा महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष का किया जा रहा है विरोध

छत्तीसगढ़ के बलरामपुर रामानुजगंज जिले में स्थित बाबा बच्छराज कुंवर धाम मैं 2 अप्रैल से होने वाह वाला राम कथा का आयोजन सभी समाज द्वारा किया गया था जिसका विरोध बाबा बच्छराज कुंवर धाम में बैगा समाज द्वारा खुल कर भगवान हरेश्वर महादेव पवन पुत्र हनुमान एवं राधा कृष्ण बाबा बस राजकुमार एवं रानी के पास चढ़े हुऐ चढ़वा का उपयोग तो कर रहे है । परंतु बाबा बछराज कुंवर धाम में छत्तीसगढ़ राज्य के साथ-साथ अन्य दूसरे राज्यों से आकर पूजा पाठ कर मन्नत भी मांगा जाता है और मन्नत पूरा होने पर बकरा बलि की प्रथा चल रहा है और 2 अप्रैल से अन्य समाजों द्वारा राम कथा का आयोजन बाबा बस राजकुमार धाम में किया गया था जिसका समर्थन बैगा समाजों के द्वारा नहीं किया जा रहा था खुलेआम विरोध किया जा रहा था कि यहां पर रामकथा का आयोजन नहीं करने देंगे यहां से 3 किलोमीटर दूर में जाकर राम कथा का आयोजन करें जिसका विरोध बैंगा समाजों द्वारा किया गया कि अन्य समाजो के द्वारा हम राम कथा का आयोजन बाबा बच्छ राजकुमार धाम के नजदीक ही करेंगे या बैगा समाज द्वारा सहमति भी दिया गया था कि बछराज कुंवर धाम में ऊपर में कर लिया जाए परंतु बैगा समाज के द्वारा उस पर भी लगाम लगा दिया गया कि हमारे द्वारा नहीं करने दिया जाएगा जिसका समर्थन भाजपा जिला मोर्चा अध्यक्ष शकुंतला सिंह पोर्ते के द्वारा खुलकर रामकथा कराने के लिए समर्थन दिया था जिसका विरोध आदिवासी समाज के द्वारा समाज से हटाने के लिए विरोध ग्रुप के माध्यम से किया जा रहा है एवं बसंत कुजुर के द्वारा आर एस एस का भी विरोध किया जा रहा हैं आदिवासियों को बेवकूफ भी बोला गया है रामकथा का समर्थन करने पर शकुंतला सिंह पोर्ते को आदिवासी समाज से बहस कृत करने की बात सामने आ रही है जबकि आदिवासियों के पूर्वजों ने भी देवी देवताओं का पूजन किया और अपने आप को हिंदू मानते थे परन्तु कुछ ही समाजिक तत्वो ने आदिवासियों का कान भर दिया कि आज अपने को हिंदू कहने से सरम आ रही है