शराब पीना नहीं ना ही पीने देगे ऐसा शपथ पुलिस कर्मियों ने लिया था । भागलपुर,  माननीय मुख्यमंत्री जी बिहार मैं यह कैसा न्याय दिया जा रहा हैं जो एक सिपाही को सच उजागर  करने के आरोप मैं सीनियर एसपी

शराब पीना नहीं ना ही पीने देगे ऐसा शपथ पुलिस कर्मियों ने लिया था ।

भागलपुर,

माननीय मुख्यमंत्री जी बिहार मैं यह कैसा न्याय दिया जा रहा हैं जो एक सिपाही को सच उजागर करने के आरोप मैं सीनियर एसपी द्वारा सस्पेंड कर दिया गया ।

शराबियों से रिश्वत लेकर छोड़ना
सच को उजागर करना धर्मेंद्र कुमार सिंह को सस्पेंड करना माननीय मुख्यमंत्री जी इस विषय में जरूर निश्चित रूप से जनता के नजर एसपी के कार्यशेली पर सबाल तो बनेगे ही सूत्र से यह जान लीजिए कि आम जनता का भरोसा क्या रहेगा कानून पर

पैसा लेकर शराबी को छोड़ने के आरोपी जमादार पर कार्रवाई नही विडियो बनाने वाला सिपाही सस्पेंड ।

सूत्र से विडियो को आप नजदीक से भी देखिए गा तो सच को

उजागर खुद आप अपने मन मैं ही कर लेगे जमादार से लेकर हवलदार के हाथों से पैसा लेता जमादार, गाड़ी में बैठा ड्राइवर आम तौर पर बात सुर्खियों में भी है कि क्या यह सच्चाई एक पर्दा के तहत में रह गई है क्या यह सच्चाई को उजागर करने वाले व्यक्ति पर कार्रवाई आम नागरिक का क्या भरोसा ।

शराब के नशे में पकडा़ए एक व्यक्ति से 1500 रुपया लेकर तातारपूर थाने के जमादार ने शराबी को छोड़ दिया था।

सुर्खियों में मान लीजिए कि धर्मेंद्र कुमार सिंह सिपाही ने जो वीडियो बना था तो जमादार ने अपना ठोस जो उठाया होगा सिपाही को डरा धमका कर चुप रहने के लिए कहा होगा ही। पर अपने हौसला से जमादार की बात नहीं माने अपने इमानदारी को देख कर धर्मेंद्र कुमार सिंह ने पूरे मामले कर स्टिंग अपने मोबाइल से कर लिया था उसने विडियो तातारपूर थानेदार को भेजा था पर थानेदार ने उस पर कोई विशेष ध्यान नहीं दिये थे इसीलिए विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया इस लापरवाही पर कौन जिम्मेदार है बात सुर्खियों में है जो आप तक सच हो उजागर तो साबित तो दिख ही रही हैं पर विशेष कार्रवाई अब तक सुर्खियों में है माननीय मुख्यमंत्री जी बिहार मैं शराबियों को रिश्वत लेकर थोड़ा जा रहा है यह कैसा न्याय हैं आपका भागलपूर सिटी डीएसपी की जांच रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी ने सिपाही पर ही कार्यवाही की हैं रिपोर्ट में कहा गया है कि डयूटी के दौरान यह सिपाही सहयोगी पूलिसकर्मियों का विडियो बनाकर कर उसे गलत रुप देकर परेशान करने की कोशिश करता है मना करने या समझाने पर उदंडता से पेश आता हैं इस कारण एसएसपी ने उसे लापरवाह और अयोग्य सिपाही माना माना और उसे सस्पेंड कर दिया। इस बात को आप सुर्खियों में ही हंसी आएगा और इसे किसी फिल्मी का आधार पर चलिए गा इस बात को आप अपने मन मैं ही निगल लीजिए क्योंकि कहानी सूत्र मे बांधी हैं जिसे सच उजागर कर ना निश्चित रूप से ही मुश्किल है इसे सर्मथक कहिए या पहेली यह आप छोड़ता हूँ।

विडियो मैं वताया गया है कि नाथनगर नसरतखानी के दिलीप सिंह को तातारपूर थाने के जमादार ने शराब के नशे में गिरफ्तार किया था। रिश्वत लेकर छोड़ दिया था जमादार ने शराबी को। विडियो मैं दिलीप सिंह कह रहा है कि उसने थोड़ी सी शराब पी हैं जो उसके दोस्तों ने पिला दी थी। इस कारण पूलिस ने उसे पकड़ लिया। लेकिन 1500 रुपया हवलदार के द्वारा जमादार को दिया था बात सूत्र से विडियो मैं साफ दिखाई देता हैं। 1500 रुपया लेकर जमादार ने शराबी को छोड़ दिया। जमादार ने 1500 रुपया मैं अपना हिस्सा लिया। और बिच वाली सीट मैं बैठे तातारपूर थाने का हवलदार अपने हाथो से पैसा जमादार को दे रहा हैं । और यह कह भी रहा है कि उसने (सिपाही) मोबाइल से सब कुछ रिकॉर्ड कर लिया है। विडियो बनाने जाने का खुलासा होने के बाद कथित तौर पर शराब के नशे मैं पकड़ाए व्यक्ति से जमादार ने यह लिखवा लिया था कि सिपाही ने डरा धमका कर उसका जवरन विडियो बनाया था। उसने जमादार को पैसा नही दिये। सुर्खियों मैं आप समझ जाइए कि तातारपूर जमादार कि र्चसपूसी कया हैं क्या न्याय पर यही भरोसा रहा तो आम नागरिक का क्या होगा जिसके अंदाजा आप खुद जान सकते हैं।