पेड़ा,मिर्च, बेडशीट और लोकल फॉर वोकल के बहाने मोदी ने फतेहपुर के वोटरों के दिल को छुआ

विकास योजनाएं और कानून व्यवस्था रही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण का केंद

किसानों को आवारा जानवरों की समस्या खत्म करने का प्रयास करने की कही बात

परिवारवाद के नाम पर सपा और कांग्रेस पर बिना नाम लिए सीधा बोला हमला

तीन तलाक के मुद्दे को उठाकर मुस्लिम महिलाओं को लुभाया

फतेहपुर।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रवाद की बात कहते हुए उमड़ी भीड़ में जोश भरते हुए परिवारवाद से बचने का आहवान किया। दोआबा की धरती पर प्रधानमंत्री ने पांच वर्षों की विभिन्न योजनाओं का एक-एक कर बखान किया और दस मार्च को इस बार यूपी में होली मनाने की बात कही।शहर के बांदा-सागर रोड मंडी समिति के बगल में स्थित ग्राउंड पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार बजकर बीस मिनट पर मंच पर पहुंचे। पीएम मोदी का गर्मजोशी भरे नारों के साथ भीड़ ने स्वागत किया। मोदी-योगी और जय श्रीराम के नारों के बीच उन्होने अपने भाषण की शुरूआत की। पीएम ने कहा कि यूपी में दो चरण के चुनाव में कई जनसभाएं कीं। तीसरे चरण के लिए भी कार्यक्रम किए। हर चरण में जनता का समर्थन बढ़ता जा रहा है। उन्होने दोआबा की सरजर्मी का जिक्र करते हुए कहा कि यह धरा वीरांगनाओं, मेहनतकशों व कारीगरों की है। बावन इमली का पेड़ आजादी का जीवंत उदाहरण है। संबोधन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि वाद-विवाद एक तरफ और राष्ट्रवाद एक तरफ है। राष्ट्रवाद के लिए हम सबको एकजुट होकर डबल इंजन वाली सरकार को दोबारा यूपी में लाना है। उन्होने कहा कि राष्ट्रवाद के लिए किए गए कार्यों पर विपक्ष उंगलियां उठाता है। उन्होने सपा व कांग्रेस पर परिवारवादी होने का आरोप मढ़ते हुए इन दलों से सावधान रहने की अपील की। उन्होने तीन तलाक के मुद्दे को भी यहां उठाया। उन्होने कहा कि इस गंभीर मसले पर सरकार कानून लेकर आई और मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने का काम किया। उन्होने गरीबी के मुद्दे पर जनता का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि उनका मानना है कि गरीब के सशक्त होने पर ही गरीबी खत्म होगी। पीएम ने कहा कि योगी सरकार माफियाओं का इलाज कर रही है। डबल इंजन की सरकार ने कई योजनाएं पूरी की। केन-बेतवा को लिंक करने का बीड़ा उठाया। 44 हजार करोड़ से बुंदेलखंड के घर घर पानी पहुंचाने की योजना बनाई गई। ध्यान रखना अगर परिवारवादियों को मौका मिला तो ये रोड़ा अटकाएंगे। उन्होंने जिले के पेड़ा, मिर्च और बेडशीट का भी अपने भाषण में जिक्र किया। वोकल फॉर लोकल का जिक्र करते हुए बांदा और झांसी के उत्पादों का भी नाम लिया। इस चुनाव में अहम मुद्दा बना गौवंश से किसानों की परेशानी के लिए भी तैयारी की बात करते हुए बिना दूध के भी जानवर को गोबर से लाभ देने वाला बनाने की बात कही। बायोगैस संयंत्र और गौशाला निर्माण के द्वारा किसानों की समस्याओं के जल्द समाधान की भी बात कही। उत्तर प्रदेश में डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने की बात कही। कोरोना टीका की बात करते हुए विपक्ष पर भी जोरदार हमला बोला। मेडिकल कालेज सहित विकास पर ही उनका मुख्य फोकस रहा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरूवार को फतेहपुर, बांदा व रायबरेली जनपद की 11 विधानसभाओं को संबोधित किया। इस दौरान सभी विधानसभाओं के प्रत्याशी मंच पर मौजूद रहे। इसके अलावा डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या, केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति, प्रत्याशी विक्रम सिंह, रणवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ धुन्नी, जय कुमार सिंह जैकी, विकास गुप्ता, राजेंद्र पटेल, कृष्णा पासवान के साथ ही बुंदेलखंड क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह, जिलाध्यक्ष फतेहपुर आशीष मिश्रा भी मौजूद रहे।

2017 जैसा नहीं दिया कोई ज्वलंत बयान फिर भी जनसभा में सिर चढ़कर बोला मोदी का जादू

फतेहपुर। 2017 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा के बाद जनपद से निकले श्मशान और कब्रिस्तान शब्द ने पूरे प्रदेश में हलचल का माहौल पैदा कर दिया था पीएम मोदी के भाषण के बाद ध्रुवीकरण की चली आंधी ने जनपद व बुंदेलखंड की सींटो को क्लीन स्वीप कर दिया था। राजनीति के जानकारों की माने तो गुरुवार की प्रधानमंत्री की जनसभा में इस बार केंद्र व प्रदेश सरकार की उपलब्धियों एवं योजनाओं का तो बखान था लेकिन भाषण में 2017 वाली आक्रामकता नहीं दिखाई दी। इसकी जगह राष्ट्रवाद और योगी आदित्यनाथ की कानून व्यवस्था के नाम पर माफियाओं पर निशाना साधा। फिर भी जनसभा में उमड़ी भीड़ ने एक सवाल खड़ा किया है कि क्या इस बार भी अन्य दलों को कोई सीट नही मिलने वाली? या फिर मोदी के तिलस्म को तोड़ने में होंगे विपक्षी कामयाब !