उप जिलाधिकारी मिहींपुरवा ने लिया गौरैया संरक्षण का संकल्प, गौरैया संरक्षण के लिए मिथिलेश जायसवाल ने एसडीएम को सौंपा दो घोंसले

बहराइच -मिहींपुरवा क्षेत्र के उपजिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने गौरैया संरक्षण का संकल्प लिया है। उनके मन में जब गौरैया संरक्षण का विचार आया तो उन्होंने तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत गुलरा के मजरा भज्जापुरवा निवासी दोनों पैरों से दिव्यांग प्रकृति प्रेमी गौरैया संरक्षक मिथिलेश जायसवाल से अपने मन की बात कही। मिथिलेश जायसवाल ने उप जिलाधिकारी मिहीपुरवा ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी को उनके आवास पर पहुचकर दो घोंसले उपलब्ध कराएं। उपजिलाधिकारी ने मिथिलेश जायसवाल से गौरैया संरक्षण के विषय में पूरी जानकारी ली तथा मिथिलेश द्वारा किए जा रहे गौरैया संरक्षण पर्यावरण संरक्षण के कार्यों को सराहा। एसडीएम ने कहा मिथिलेश जायसवाल दोनों पैरों से दिव्यांग है फिर भी उनके हौसलों में कमी नहीं है। उनका गौरैया संरक्षण का कार्य सराहनीय है, ज्ञात हो कि मिथिलेश जायसवाल दोनों पैरों से दिव्यांग है।दिव्यांगता के बावजूद मिथिलेश एक छोटी सी दुकान करके अपना जीवन यापन कर रहे हैं तथा प्रकृति पर्यावरण गौरैया संरक्षण साहित्य सृजन का कार्य कर रहे हैं। मिथिलेश जायसवाल ने बताया कि प्रकृति पर्यावरण एवं गौरैया संरक्षण का बचपन से शौक रहा है और अब तक मैंने अपने जन्मदिन से लेकर अन्य अवसरों पर 700 से अधिक पौधों का रोपण वितरण किया है। गौरैया संरक्षण के लिए जिलाधिकारी दिनेश चंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ अनुराग वर्मा सहित अन्य गौरैया प्रेमियों को पूर्व में गौरैया संरक्षण के लगभग 100 घोसले वितरित कर चुका हूं। मिथिलेश ने बताया कि गौरैया संरक्षण के लिए मैंने अपने घर के आस-पास दो दर्जन घोंसले लगा रखे हैं। उनके खाने पीने रहने की पूरी व्यवस्था करता हूं घोसले में गौरैया आराम से रह रही हैं। मिथिलेश जायसवाल को भारत-नेपाल सहित अनेक संस्थाओं ने सम्मानित किया है | पिछले वर्ष उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य स्तरीय पुरस्कार देकर भी सम्मानित किया था ,इस मौके पर उप जिलाधिकारी मोतीपुर ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ,समाजसेवी पिंटू मौर्य, दुर्गेश वर्मा ,विजय जायसवाल सहित अन्य उपस्थित है।