भू-माफियाओं पर शासन के दबाव के कारण कार्यवाही करनें से बच रही पुलिस

बैकुण्ठपुर। भू-माफियाओं का आतंक इन दिनों बैकुण्ठपुर क्षेत्र के आसपास चरम सीमा पर कर रही है, भू-माफियाओं को जिले के कई दिग्गजो, जनप्रतिनिधियों व पुलिस के कुछ लोगों का खुला संरक्षण प्राप्त है। जिसके कारण भू-माफियाओं को पुलिस विभाग भी लगातार बचाते आ रही है। सुत्रों की मानें तो शहर के नामी बिल्डर के उपर जिस प्रकार से अवैध खरिदी, धोखाधडी सहित कई मामले लगाऐ गए और कार्यवाही की गई उससे लग रहा था की अब भू-माफियाओं पर भी लगातार कानुनी कार्यवाही जारी रहेगी, लेकिन शिकायत के बाद भी कानुनी कार्यवाही वर्तमान मे सत्ता पथ के सांथ रहनें वाले भू-माफियाओं पर पुलिस कार्यवाही करनें के बजाऐ राजस्व विभाग के उपर डाल रही है यह बात समझ मे नहीं आई। बैकुण्ठपुर का बहुचर्चित मामला खरवत से जमगहन बईपास सडक चकिनारे चेरवापारा मे शिवपुर चरचा नगर पालिका के पुर्व अध्यक्ष अजीत लकडा के खिलाफ पिडित के द्वारा पुलिस महानिरिक्षक, पुलिस अधिक्षक व चरचा थानें मे शिकायत की गई थी, लेकिन उस शिकायत मे पुलिस विभाग उक्त मामले को राजस्व का बताते हुए टाल दी, लेकिन स्थानिय बिल्डर संजय अग्रवाल वाले मामले मे पुलिस विभाग कार्यवाही की, जबकि पुलिस विभाग तो राजस्व विभाग का मामला है बोलकर अपना पडल्ला झाड रही है। जबकि चेरवापारा जमीन मामले मे हल्का पटवारी के द्वारा अनुविभागिय अधिकारी राजस्व को स्वयं कह चुकि है की उक्त रजिस्ट्री मे लगनें वाले चौहद्दी को मै नहीं बनाई हूं ना ही मेरा हस्ताक्षर है और मै सिल भी नहीं लगाई हूं। इसके बाद भी कार्यवाही नहीं होना समझ से परे है। इतना ही नहीं उप पंजियक के यहां जानकार लोग बताते है की जो व्यक्ति के नाम पावरआफअटर्नी रहता है वह अपने नाम से रजिस्ट्री नहीं कर सकता इस स्थति मे भी रजिस्ट्री हुई। इसके बाद भी सत्ता पक्ष के समर्थित व्यक्ति पर कार्यवाही नहीं होना समझ से परे है। पुलिस विभाग लगातार निजात अभियान मे कर रही है कार्य, जिनके पास एक इंजेक्शन है उसके पास सैकडों रख कर कार्यवाही कर अपना पिठ थपथपा रही है, भू-माफियाओं पर कार्यवाही करनें के बाज जमीन नही लाद सकती सैकडों एकड़ शायद यह भी होगी कार्यवाही नहीं करनें का कारण। इस संबंध मे पुलिस अधिक्षक कोरिया से बयान फोन के माध्यम से लेना चाहा गया लेकिन किसी प्रकार से 9479193700 नं. से जवाब नहीं मिला।