बकस्वाहा जंगल बचाने के लिए सतना रीवा भोपाल इंदौर के पर्यावरण प्रेमी भी सक्रिय   । बकस्वाहा में हीरे और जंगल में जंग की तैयारी

बकस्वाहा जंगल बचाने के लिए सतना रीवा भोपाल इंदौर के पर्यावरण प्रेमी भी सक्रिय

✍️ अनुपम दाहिया

बकस्वाहा में हीरे और जंगल में जंग की तैयारी

अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण दिवस के अवसर पर छतरपुर के बकस्वाहा जंगल को मध्यप्रदेश सरकार द्वारा बिड़ला समूह को हीरा खनन हेतु लीज में दिए जाने के बिरोध में हो रहे आंदोलन में सतना रीवा भोपाल एवं इंदौर के भी अनेक पर्यावरण प्रेमी भाग लेंगे। देश के जाने माने सेवानिवृत्त कृषि बैज्ञानिक एवं कृषि अनुसंधान संस्थान के सहायक महानिर्देशक डॉ.सदाचारी सिंह तोमर ने बताया कि जिन पर्यावरण प्रेमियों ने आंदोलन में शामिल होने की सूचना दी है उनमें
शरद सिंह कुमले संस्थापक पराक्रम जन सेवा संस्थान भोपाल,कैप्टन राज द्विवेदी पूर्व प्रदेशाध्यक्ष भूत पूर्व सैनिक परिषद रीवाज़ आनंद पटेल अध्यक्ष पर्यावरण शिक्षा एवं संरक्षण समिति भोपाल ईश्वर चन्द त्रिपाठी वरिष्ठ समाज सेवी सतना,विवेक सक्सेना पर्यावरण शिक्षा एवं संरक्षण भोपाल ,अरुण दुबे पर्यावरण बचाओ अभियान भोपाल,आफताब आलम हाशमी संस्थापक सदस्य पर्यावरण बचाओ अभियान भोपाल। एवं शिवकुमार शुक्ल समाजसेवी पर्यावरण बचाओ अभियान इंदौर प्रमुख हैं। इस तरह डॉ. डाक्टर सदाचारी सिंह तोमर समेत यह सभी पर्यावरण प्रेमी बकस्वाहा पहुचकर सरकार के उस गलत निर्णय का सांकेतिक बिरोध करेंगे जिसमे बकस्वाहा जंगल के करीब ढाई लाख पौधे कत्ल होने के कगार पर हैं। वहां पहुँच समस्त पर्यावरण प्रेमी एक दिन का उपवास रख चिपको आंदोलन की सांकेतिक शुरुआत करेंगे। साथ ही पेड़ो में रक्षा सूत्र बांध जंगल बचाने का संकल्प लेंगे। उस क्षेत्र के लोगो की सक्रिय भागीदारी रहे इस हेतु भी धरना आन्दोल जैसे प्रयास होंगे।कार्यक्रम में पद्मश्री बाबूलाल दाहिया की भी शामिल होने की स्वीकृत मिली थी। पर अस्वस्था के कारण वह शामिल नही हो सकेगे पर उनका फोन से उनका मार्गदर्शन निरन्तर बना रहेगा।