जलपर योग महाविद्यालय काशी नरेश के राजघराने महारानी विष्णु ,प्रिया ,वरदा प्रिया, कृष्ण प्रिया, गंगा प्रहरी द्वारा संचालित

वसंतो के महान संत, संत प्रमुख छेदी स्वामी गरीब परिवार से तालुकात रखते हुए काशी नरेश के राजघराने तक बोलबाला है । केवल योग के बल पर, और वह भी पूरे विश्व में ऐसा कोई योगाचार्य नहीं है जो जल पर बैठकर योगा करें, 8 वीं शताब्दी में संत शिरोमणि श्री गुरु रविदास के जीवन काल में गंगा में पथरी को तैराया गया था, आज स्वयं कलयुग में बाबा छेदी स्वामी योगा बालगंगा प्रहरी, युवाओ, को भी महाविद्यालय के माध्यम से शिक्षा दीक्षा दे रहे, महाविद्यालय दर्शन निषाद की देखरेख में चल रहा है गंगा प्रहरी दर्शन निषाद ने बताया कि जिस प्रकार से गौतम बुद्ध अपने तीन छात्रों को लेकर शिक्षा दिया उसी प्रकार छेदी स्वामी जी के तीन छात्र गंगा प्रहरी दर्शन निषाद, राजेश निषाद रामनारायण निस्वार्थ भाव से पूरे विश्व में परचम लहराने के लिए दिन रात लगे हुए। जिस प्रकार से भगवान गौतम बुद्ध योग में विश्व में डंका बजाया उसी प्रकारअगर सरकार इस पर ध्यान दे दिया तो पूरे संसार में जल पर योग का डंका बजेगा जल्द ही विश्व गुरु बनने से कोई रोक नहीं पायेगा ।

शिक्षा का मुख्य उद्देश्य

१. गंगा के जैव विविधता को बचाना है!

२. गंगा के स्वच्छता हेतु पूरे विश्व को जगाना है!

३. काशी नरेश का इतिहास पूरे विश्व को याद कराना है गंगा मां को किस तरीके से पूज्यते थे।

४. पर्यावरण बचाना,विलुप्त होती जा रही गंगा की गहराई, गंगा का जल, राष्ट्रीय जलीय जीव डॉल्फिन ,धरती की नदियां को बचाने हेतु एक सार्थक प्रयास!

५. पूरे विश्व में गंगा प्रहरी बनाना है जल प्रहरी बनाना है क्योंकि जल नहीं तो जीवन नहीं ।

६. जल पर योग की शिक्षा पूरे विश्व में लाना है , भारत को विश्व गुरु बनाना चाहते हैं ।

७. प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी, मुख्यमंत्री योगी जी के सपनों को साकार करने में एक कदम आगे गंगा प्रहरी दर्शन निषाद संत प्रमुख श्री छेदी स्वामी ।