कुरुद बना अपराधियों का गढ़?पैसा फेको तमाशा देखो,

कुरूद-धमतरी जिले के सबसे पुराने पुलिस थानों में से एक कुरूद पुलिस थाना जो अपनी सुंदरता और व्यवस्था को लेकर जिले सहित प्रदेशभर के पुलिस महकमे में अपनी अलग पहचान बनाए हुए हैं,,अब कुरुद थाना अपनी दूसरी गतिविधियों के कारण चर्चा का विषय बना हुआ है जिससे कुरूद पुलिस थाना दलाल पथ बन गया है यहां किसी भी मामले में पुलिस द्वारा आर्थिक कमीशन लेकर मामले को रफा-दफा या समझौता कराने का क्रम बदस्तूर जारी है जिसके चलते लोगों में कुरूद पुलिस के प्रति विश्वास कम हो रहा है।

विदित हो कि कुरूद का यह पुलिस थाना क्षेत्र के सबसे पुराने और सुविधाओं से पूरी तरह सुसज्जित है जिसकी साज सज्जा और व्यवस्था देख कर धमतरी जिला के पुलिस अधीक्षक के साथ-साथ प्रदेश के आला अधिकारियों ने भी प्रशंसा की थी पर देखने में आ रहा है अच्छे कामों से प्रशंसा पाने वाला यह थाना पुलिस वालों द्वारा ही दलाली कर समझौता और मामले को रफा-दफा के लिए आर्थिक कमीशन लेने का कार्य किया जा रहा है पिछले दो-तीन दिनों में ऐसे ऐसे मामले प्रकाश में आए हैं जिससे नगर तथा क्षेत्र में पुलिस की छवि खराब हुई है।

विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नगर तथा क्षेत्र के पिछले तीन मामलों में पुलिस ने मोटी रकम पक्षकारों की सुविधा अनुरूप में प्राप्त की है जिसकी चर्चा नगर में हो रही है जानकारी तो यहां तक मिली है कि पति पत्नी के बीच विवाद का मामला कुरुद थाने पहुंचा था जिस पर एफ आई आर दर्ज नहीं किया गया था और कुरुख पुलिस द्वारा मामले का समझौता कराकर मोटी रकम पति से प्राप्त कर ली वैसा ही दूसरा मामला चोरी का है जिसमें चोर द्वारा चोरी शिकार करने और व्यापारी द्वारा एफ आई आर दर्ज नहीं करने को लेकर पुलिस ने दोनों पक्षों के बीच समझौता कराया और अच्छी खासी मोटी रकम चोर एवं व्यापारी से प्राप्त कर मामले को रफा-दफा कर दिया विश्व सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नगर क्षेत्र में चर्चित दैहिक शोषण का एक मामला जिसमें आरोपी को गिरफ्तार नहीं करने के एवज में कुरूद पुलिस द्वारा मोटी रकम के साथ साथ स्टेशनरी सामान और मोबाइल भी कमीशन स्वरूप प्राप्त किया है जिसके चलते लगभग 40 दिन से ऊपर बीत चुका है और दैहिक शोषण का आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर है इन सारे मामलों को देखने से स्पष्ट प्रतीत हो रहा है की कुरुद थाना पूरी तरह दलाल पथ बनने की ओर अग्रसर हो रहा है जिसे रोकने के लिए कोई भी आला अधिकारी गुरु थाने पर अपनी दृष्टि नहीं दिखा रहा है ,हो सकता है ऊपर तक???इससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि जिले के पुलिस अधिकारी भी कुरूद थाने की इन गतिविधि गतिविधियों से पूरी तरह वाकिफ हैं और कुरूद थाने की कमाई में कुछ मलाई आला अधिकारियों तक की जा रही है ऐसा माना जा सकता है।
कुरूद थाना की गतिविधियों के जानकार ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कुरुद थाने में तीन-चार ऐसे पुलिसकर्मी हैं जो कुरुद थाना प्रभारी के काफी करीबी बताए जा रहे हैं जो किसी भी विषय या मामले में दोनों पक्षों को समझौते के लिए तैयार करते हैं या फिर एक पक्ष से पैसे के लेनदेन की जुगत लगाते हैं और दूसरे पक्ष के खिलाफ मामला बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जानकारी तो यहां तक मिल रही है की यह तीन चार पुलिसकर्मी थाना प्रभारी को जिस पक्षकार के पक्ष में अपनी बात बता देते हैं और कमीशन की जानकारी देते हैं तो थाना प्रभारी भी उसी के पक्ष में मामला बनाने के लिए संबंधित पुलिसकर्मी को निर्देशित करते हैं जिससे ऐसा है की कुरुद थाना मे अयोग्य एवं आरोपी लोगों के समर्थन में कार्यवाही हो रही है जिसके चलते क्षेत्र में अपराधों का ग्राफ निरंतर बढ़ रहा है और पुलिस की अपराधियों से सांठगांठ की चर्चा नगर क्षेत्र में बदस्तूर जारी है पुलिस की छवि को सुधारने के लिए पुलिस अधीक्षक तथा पुलिस के आला अधिकारियों को कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है।

जानकार बताते हैं कि पुलिस विभाग का निर्माण दबे कुचले नीर निरीह लोगों की मदद के लिए किया गया है पर कुरूद पुलिस का हाल जानने से ऐसा प्रतीत हो रहा है की यहां पदस्थ पुलिसकर्मी दबे कुचले लोगों को और परेशान कर रहे हैं और आर्थिक रूप से मजबूत एवं रसूखदार लोगों के पक्ष में कुरूद पुलिस खड़ी दिखाई देती है जोकि पुलिस विभाग के निर्माण के उद्देश्य पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रहा है।

इस इस विषय पर धमतरी जिला के पुलिस अधीक्षक एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक से जब दूरभाष पर चर्चा करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन ही नहीं उठाया।