सिरसागंज अपडेटः कमेटी के हवाई दावों ने उड़ा दिया मेला तीज का फ्यूज, जनता और खेल-तमाशे वालों मायूस, मेला प्रांगण में हलवाई दुकानदार को हुआ कोरोना

  • सिरसागंज अपडेटः कमेटी के हवाई दावों ने उड़ा दिया मेला तीज का फ्यूज, जनता और खेल-तमाशे वालों मायूस, मेला प्रांगण में हलवाई दुकानदार को हुआ कोरोना

सिरसागंज। जन सांस्कृतिक परिषद के सारे दावे हवा हवाई निकले। कोविड की गाइडलाइन का पालन नहीं किया गया। प्रशासन ने मेला बंद करा दिया है, जिसका खामियाजा खेलतमाशे और दुकानदारों को भुगतना होगा। कमेटी के एक वरिष्ठ कार्यकर्ता ने कार्यकारिणी से अपील की है कि लोगांे से जमा किया गया पैसा वापस किया जाए एवं अन्य आर्थिक सहायता दी जाए। वहीं उन्होंने प्रशासन से दो दिन के लिए मेले मंे राहत देने की अपील भी की है।
मेला के लिए प्रशासन ने विस्तृत दिशा निर्देश दिये थे। सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सैनिटाइजर पर पूरा जोर दिया गया था। मेले के उद्घाटन मंे पदाधिकरियों के बयानों मंे इन बिंदुआंे पर जबरदस्त फोकस किया था, लेकिन बयान हकीकत मंे धरातल पर दिखाई नहीं दिये। उप जिलाधिकारी सिरसागंज नवनीत गोयल का कहना है कि जब उन्होंने मेले का औचक निरीक्षण किया तो सूरते हाल ठीक नहीं थे। एसडीएम के निरीक्षण के दौरान रही सही कसर कमेटी के एक स्वयं सेवक ने पूरी कर दी। उसने एसडीएम को बताया कि कमेटी ने मास्क दिये नहीं हैं।

  • परेशान हो रहे हैं दुकानदार और झूले वाले

सिरसागंज। मेला बंद होने से सैकड़ों लोगांे की रोजी रोटी पर संकट आ गया है। दूर दराज से आजीविका कमाने के लिए शहर मंे आये लोग ज्यादा परेशान हैं। गुजरात के भुरूच से सर्कस लेकर आये आशीष का कहना था कि सर्कस का तामझाम सिरसागंज तक लाने मंे उसके करीब 75 हजार रुपये खर्च हो गये। अब मेला बंद होने से कमाई तो जहां तहां रही, इन रुपयों की भरपाई कैसे होगी और अब सामान दुबारा ले जाने का भाड़ा कहां से आयेगा। यही हाल तमाम दूसरे खेलतमाशे बालों का था।
जानकी बाजार मंे और मेला परिसर में अपने खोमचे और स्टाल लगाने वाले भी परेशान हैं। इनका कहना है कि पिछले साल भी मेला बीच मंे बंद हो गया था। इस साल भी शुरूवात होते ही मेला बंद हो गया। जमीन के पैसे भी मेला कमेटी द्वारा जमा किये जा चुके हैं। अब हमारा नुकसान पूरा कैसे होगा।
सूत्रों ने बताया कि साढ़े तेरह लाख रुपये मंे झूलों का ठेका उठा था। उसने एक लाख रुपया एडवांस दिया था। उसका करीब चार लाख रुपया खर्च हो चुका है। ऐसे अनेक लोग हैं जिन्होंने भारी लागात लगाई है। कमेटी के वरिष्ठ कार्यकर्ता अनिल गुप्ता का कहना है कि कमेटी के पास पर्याप्त रोकड़ है। परेशान लोगांे को राहत दी जानी चाहिए।

  • मक्खनपुर के लोगांे ने बनाया था दबाव
    सिरसागंज। नगर का मेला तीज निरस्त होने के पीछे मक्खनपुर के मेले को अनुमति नहीं दिया जाना भी बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि मक्खनपुर के कंस मेले की अनुमति के लिए वहां के पदाधिकारी जिलाधिकारी के संपर्क मंे थे।
    उन्हंे अनुमति नहीं मिली तो उन्होंने सिरसागंज मंे दी गयी अनुमति के आधार पर प्रशासन पर दबाव बनाने का प्रयास किया। बताते हैं कि प्रशासन के उच्च पदस्थ अधिकारी द्वारा सिरसागंज के मेले मंे जुट रही भीड़ एवं कोविड गाइड लाइन के पालन का संज्ञान लिया और स्थानीय अधिकारियों को दिशानिर्देश दिये। उच्च पदस्थ अधिकारी के तेवर देखकर स्थानीय प्रशासन को तत्काल प्रभाव से मेला अनुमति निरस्त करने का फैसला लेना पड़ा।

  • मेला प्रांगण में हलवाई दुकानदार को हुआ कोरोना
    सिरसागंज। मेला तीज के लिए एक और बुरी खबर आई है। मेला परिसर मंे रहने वाले एक हलवाई दुकानदार को कोरोना हो गया है। उसकी हलवाई की दुकान भी मेला प्रांगण मंे ही है। दुकानदार दो तीन दिन से बीमार था। परिजन उसे आगरा लेकर आये। जहां पर कोविड की जांच पाॅजिटिव आयी। यह खबर नगर मंे आते ही हड़कंप मच गया। सूत्रों का कहना है कि ऐसे मंे मेले को जारी रखना असंभव होगा।