प्रगतिशील किसान ने हमले की तहरीर दी, आलू किसानों और भंडारकों के तर्कों का समाधान न कर सके अधिकारी

डीएचओ की मीटिंग में प्रगतिशील किसान से अभद्रता
गाली गलौज व जानलेवा हमले की तहरीर थाने मंे दी

सिरसागंज। नगला राधे के प्रगतिशील किसान को ताकतवर लोगांे से पंगा लेना भारी पड़ रहा है। आलू की जमाखोरी एवं शीतग्रहों में कथित अनियमितताओं के सम्बन्ध मंे की गयी शिकातयों के बाद जिला उद्यान अधिकारी की समझौता वार्ता के दौरान बचने के लिए प्रगतिशील किसान को वहां से भागना पड़ा। पुलिस को मामले की तहरीर दी गयी है।
नगला राधे के प्रगतिशील किसान लोकेश कुमार ने आलू की जमाखोरी, भुगतान की प्रणाली एवं नाजायज तौल जैसी कथित गड़बड़ी से किसानों को होने वाले नुकसान को रोकने की उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य समेत शासन और प्रशासन से गुहार लगाई थी। इस शिकायत पर प्रशासन के अधिकारियों द्वारा संज्ञान लेते ही गड़बड़ी करने वालों मंे परेशानी पैदा हो गयी।
लोकेश का कहना है कि को फोन पर धमकियां दी गईं। लोकेश कुमार ने बताया कि शुक्रवार को फोन पर धमकी देने के सम्बन्ध मंे पुलिस को शिकायती प्रार्थनापत्र दिया। घटना से आहत लोकेश ने गड़बड़ी के खिलाफ अभियान को व्यापक बनाते हुए पर्चे छपवार कर बंटवा दिये। जिससे हड़कंप मच गया।
मामले को तूल मिलता देख शनिवार को जिला उद्यान अधिकारी ने आलू किसानों और भंडारकों से वार्ता करने के लिए एक शीतग्रह पर मीटिंग रखी। लाकेश कुमार को भी मीटिंग में बुलाया।

लोकेश द्वारा शिकायत किये जाने से मीटिंग मंे मौजूद लोग भड़क गये। आरोप है कि लोकेश के साथ गाली गलौज करते हुए जानलेवा हमले का प्रयास किया गया। लोकेश को वहां से अपनी स्कूटी छोड़ कर भागना पड़ा। घटना की तहरीर थाने मंे आमद करा दी है।

आलू भंडारण की अवधि बढ़ाने के लिए मोहलत मांगी
भंडारकों के तर्कों का समाधान न कर सके अधिकारी

सिरसागंज। जिला उद्यान अधिकारी एवं उपनिदेशक उद्यान विभाग आलू किसान और भंडारकों की बैठक में हंगामे के हालात बन गये। लोगों ने भंडारण की समय सीमा बढ़ाने की मांग करते हुए जम कर अपनी भड़ास प्रशासन पर निकाली। अधिकारियों के पास उनके तर्कों का कोई तात्कालिक समाधान नहीं था। अधिकारियों ने शासन के निर्देशों को अक्षशः पालन करने की बात कहकर भंडारण की मियाद बढ़ाने की मांग को उच्चाधिकारियों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।
आलू भंडारण मंे जमाखोरों एवं शीतग्रह संचालकों द्वारा अनियमिताएं करने के संबंध मंे प्रगतिशील किसान लोकेश कुमार द्वारा की गयी शिकायतों के बाद मामले को निबटाने के लिए आरबीएस कोल्ड स्टोर पर मीटिंग बुलाई गयी थी।
यहां पहुंचे डीएचओ एवं डीडी आगरा के सामने किसानों और भंडारकों ने कहा कि 28 नवंबर तक पूरा आलू खाली करने का आदेश तुगलकी है। किसी भी माल की आपूर्ति मार्केट की आपूर्ति के हिसाब से होती है। अगर आपूर्ति नहीं है तो हम अपने उत्पाद को कहां ले जाएंगे। उनका कहना था कि आलू को निकाल कर सड़कों पर नहीं फैंका जा सकता। किसानों को कई साल बाद उपज का सही मूल्य मिल रहा है। ऐसे समय मंे तुगलकी फरमान से लोगांे को भारी आर्थिक क्षति होगी।
बैठक के सम्बन्ध मंे जिला उद्यान अधिकारी ने बताया कि शासन ने जो भी दिशानिर्देश जारी किये हैं फिलहाल उनका अनुपालन बाध्यता के साथ किये जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। भंडारण की समय सीमा को बढ़ाने का निर्णय निदेशालय करेगा। तथ्यों से उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया जाएगा।