पीड़ित को पुलिस और प्रशासन से नहीं मिला न्याय तो पहुंचा जिलाधिकारी दरबार


मऊ। जनपद में एक ऐसा मामला सामने आया। जो खुद की जमीन पर खुद के द्वारा की गई खेती को आज मनभर युवकों द्वारा खेत ना काटने देने पर लालजी चौहान, देवनाथ चौहान जो सरवानपुर निवासी का निवासी है। इन्होंने घोसी उप जिलाधिकारी को दर्जनों बाद और कोपागंज थाने में दर्जनों बाद शिकायत करते करते थक गए लेकिन इनको अभी तक न्याय नहीं मिल पाया और मुख्य राजस्व अधिकारी ने इनको कई बार मिला था दिलाया लेकिन उसका घोसी उप जिलाधिकारी पर कोई फर्क नहीं पड़ा।
इन लोगों का कहना है कि
232, 234, 235 आदि जो मेरे
नाम संकमणी भूमिधरी है। और हमेशा से जोतते बोते आ रहे है व काबिज है। इनके गाटों में धान की फसल लगी है और पक कर खराब हो रही है। जिसको गाँव के दंबग ,हरिलाल, हरिकेश पुत्रगण स्व शिवबचन केदार, यादव पुत्र मरछु यादव,राजाराम यादव पुत्र शिवसरन यादव, महेन्द्र यादव पुत्र राजपति, शन्नि यादव पुत्र महेन्द्र यादव, जनार्दन यादव पुत्र
राजनाथ यादव, बृजेश यादव पुत्र देवाजित, योगेन्द्र यादव पुत्र किताबु यादव, रामकेवल,श्यामकेवल, रामप्यारे पुत्रगण सीताराम आदि लोगो ने प्रार्थी की फसल को ये लोग काटने नही दे रहे है। इन लोगो से प्रार्थीगण की भूमिधरी से कोई वास्ता सरोकार नही है। 09.11 2020
को प्रार्थी का धान की फसल कुछ हिस्से को काट कर लेकर भाग गये और प्रार्थी द्वारा थाना-कोपागंज एसडीएम घोसी को सूचना देने पर भी मुकदमा नही लिखा गया प्रार्थी द्वारा कई बार प्रार्थना पत्र श्रीमान आपको दिया गया उपजिलाधिकारी घोसी को बार बार दिया गया है। पुलिस अधीक्षक महोदय मऊ को भी बार-बार प्रार्थना पत्र दिया गया लेकिन सभी प्रार्थना पत्र पर आवश्यक कार्यवाही नियमानुसार कार्यवाही संयुक्त टीम बनाकर नियमानुसार कार्यवाही करें।
लिखा जाता है लेकिन होता कुछ नही जिससे धान की फसल खराब हो रही है। और गेहूँ की बुआई नही हो पा रही है।
परिवार भुखमरी का शिकार हो रहा है।
पीड़ित परिवार ने कहा कि अगर हमारे साथ न्याय नहीं होता है तो हम पूरे परिवार के साथ घोसी तहसील पर धरने पर बैठेंगे