छत्तीसगढ़:-बड़ा खुलासा,मुख्यमंत्री से बड़ा खनिज   इंस्पेक्टर,मुख्यमंत्री के ही विभाग में,मुख्यमंत्री के निर्दशों का पालन नहीं,इंस्पेक्टर की मिलीभगत से हो रहा है अवैध उत्खनन,

छत्तीसगढ़:-बड़ा खुलासा,मुख्यमंत्री से बड़ा खनिज इंस्पेक्टर,मुख्यमंत्री के ही विभाग में,मुख्यमंत्री के निर्दशों का पालन नहीं,इंस्पेक्टर की मिलीभगत से हो रहा है अवैध उत्खनन,

रायपुर कलेक्टर डॉ, एस भारतीदासन को गलत जानकारी देकर खनिज विभाग के इंस्पेक्टर ने दिलाई लीज,धड़ल्ले से हो रहा है अवैध उत्खनन,

राजधानी से सटे आरंग ब्लाक से एक बड़ा फर्जी तरीके से अवैध खनन का मामला सामने आया है,
आरंग के ग्राम नकपुरा मे मुरुम परिवहन के नाम पर खनिज विभाग रायपुर द्वारा गलत लीज जारी की गयी है - जहाँ परिवहन के नाम पर खनिज विभाग के इंस्पेक्टर की मिलीभगत से अवैध उत्खनन किया जा रहा है |
जबकि सुप्रीमकोर्ट के आदेश के बाद पुरे भारत देश मे कही भी उत्खनन (खोदाई) करना गैरकानूनी है - जिसका तोड़ निकालते हुवे खनिज विभाग के इंस्पेक्टर ने ओवर बड़न हटाने व परिवहन के नाम पर शासन को गुमराह करके परिवहन की अनुमति दिलवा दी - जबकि इस संदर्भ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खुद बोल चुके है अवैध उत्खनन बर्दाश्त नहीं किया जायेग उसके बावजूद खनिज इंस्पेक्टर इतना बड़ा कारनामा कर डाला,इतना ही नही,लीज की अवधि समाप्त होने के पश्चात इसे फिर से नवीनीकरण कर उत्खनन करता को लाभ पहुचाया गया है, अपने निजी स्वार्थ के लिए, साथ ही साथ 10 घन मीटर की रायल्टी पर 20 घन मीटर खनिज लगातार परिवहन किया जा रहा है,

ओवर बड़न क्या है,

गॉव मे रोजगार गैरेंटी व मनरेगा के कार्यों से खोदाई से प्राप्त मिट्टी व मुरुम जो गॉव के किसी काम की नहीं होती साथ ही जिससे गॉव के लोगो को परेशानी होती है - उसे हटाने के लिए परिवहन की अनुमति खनिज विभाग द्वारा प्रदान की जाती है

कैसे हो रहा दुरूपयोग

परिवहन के नाम पर जम कर हो रहा अवैध उत्खनन

जिस गॉव मे रोजगार गारंटी व मनरेगा के तहत किसी तरह का कोई कार्य नहीं किया गया और ना ही किसी तालाब मे ओवरबर्डन मुरम है उस स्थान का भी खनिज विभाग के इंस्पेक्टर ने शासन व कलेक्टर को गलत रिपोर्ट दे कर परिवहन के नाम पर उत्खनन करवा रहे है -

अब यहां सवाल ये उठता है कि किसी भी शिकायत पर वरिष्ठ अधिकारी हमेशा जांच करवा कर कार्यवाही करने का आश्वासन देते हैं परंतु ना ही जांच होती है और ना ही कार्रवाई होती है ,जिसके कारण गलत तरीके से कार्य करने वाले धड़ल्ले से अपने काम को अंजाम देते रहते हैं,

अब इस बात का पुख्ता सबूत सामने आने के बाद अब देखना है इस मामले में रायपुर कलेक्टर क्या कदम उठाते हैं ।