आस्था चाइल्ड केयर अस्पताल के विरुद्ध आमरण अनशन पर बैठे ग्रामीण

तहसीलदार सलोन के आश्वासन पर अनशन

समाप्त,कार्यवाई नही हुई तो फिर होगा आन्दोलन

नसीराबाद/रायबरेली- रायबरेली स्थित बच्चों के अस्पताल आस्था चाइल्ड केयर में चिकित्सकों की कथित लापरवाही से हुई एक बच्ची की मौत। संचालक डा.धीरज चन्देल द्वारा बच्ची के परिजनों से किया गया अभद्र,अमानवीय और गुन्डों जैसे व्यवहार के खिलाफ सोमवार को एक बार फिर नसीराबाद के परैया नमकसार चौराहे पर मृतक बालिका के परिजन आमरण अनशन पर बैठे थे। जिसे नायब तहसीलदार के अश्वासन के बाद समाप्त हुआ।पीड़ित परिवार ने कहा यदि कार्यवाई न हुई तो दोबारा आँदोलन करेंगे।
आस्था चाइल्ड केयर में बच्ची की मौत प्रशासन के लिए गले की फाँस बना हुआ है।
जिला मुख्यालय पर किसान कल्याण एसोसिएशन के संरक्षण में दिये गये धरने में प्रशासन ने डाक्टर के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने की माँग मान ली थी किन्तु समय के साथ वादा खिलाफी की जाने लगी तो
तमाम धमकियों और दबाव को दरकिनार करते हुए
मृतक बच्ची अलसिफा का मामा जावेद सोमवार को एक बार फिर आमरण अनशन पर बैठ गये। बच्ची का पिता इमरान भी एसोसिएशन के कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठा।
नसीराबाद थाना क्षेत्र के परैया नमकसार चौराहा पर पुलिस चौकी के समीप चल रहे धरने में दोपहर करीब दो बजे उपजिलाधिकारी सलोन के प्रतिनिधि नायब तहसीलदार तरुण प्रताप ने आश्वासन दिया कि शीघ्र ही समस्या का निराकरण कर कार्रवाई होगी।
किसान कल्याण एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालता प्रसाद शुक्ल और जिलाध्यक्ष सदाशिव पान्डेय ने बताया कि समस्या का समाधान न होने पर इसी स्थान पर दिनांक 29अक्तूबर से पुनः आमरण अनशन प्रारम्भ होगा। जिलाधिकारी को सम्बोधित इस आशय का ज्ञापन नायब तहसीलदार को धरनास्थल पर ही दे दिया है।
धरनास्थल पर उपनिरीक्षक पुरुषोत्तम दास और रमाकान्त मिश्र के निर्देशन में पर्याप्त पुलिस बल मुस्तैद रहा।
इसी प्रकरण की जाँच के लिये जिलाधिकारी के आदेश पर गठित टीम के सदस्य डा.रिज़वान और डा. अंशुमान सिंह भी आज परैया नमकसार पहुँचे और अलसिफा की माँ और परिजनों के बयान लिएऔर जल्द जाँच कर कार्यवाई का अश्वासन दिया अश्वासन के बाद आमरण अनशन समाप्त किया गया।