जिले में कोरोना के बाद अब इससे भी खतरनाक स्क्रब टाइफस की दस्तक

चित्तौड़गढ़। जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रशासन को पहले ही काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है वहीं, अब जिले में स्क्रब टाइफस नामक संक्रमण ने दस्तक दे ही है जिले के बेगूं क्षेत्र में स्क्रब टाइफस का एक पीड़ित सामने आया है फिलहाल, मरीज का उपचार किया जा रहा है साथ ही प्रशासन ने भी इस संक्रमण रोकथाम के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं।
कोरोना को लेकर प्रशासन पहले से ही चिंतित है कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है वहीं, अब बेगूं उपखण्ड में स्क्रब टाइफस का मामला सामने आया है बेगूं नगरपालिका के वार्ड संख्या 8 के निवासी रामलाल देवीलाल रेगर स्क्रब टाइफस के लक्षण पाए गए थे समय पर उपचार मिल जाने के कारण उनकी तबियत में सुधार हो गया और अस्पताल से डिस्चार्ज होकर रामलाल अब स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।
मामले की जानकारी मिलने पर प्रशासन सक्रिय हो गया है प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय बेगूं के प्रभारी बुद्धि प्रकाश भट्ट ने सूचना मिलते ही सम्बंधित रोगी के घर, पशुओं को बांधने के बाड़े और आस-पास के क्षेत्र में बाह्य परजीवी नाशक दवा का छिड़काव करवाया है बताया जा रहा है कि स्क्रब टाइफस एक "ओरिएंटिया सुतसुगामुशी" नामक बैक्टीरिया के कारण होने वाला रोग है जो पशुओं के शरीर पर पाए जाने वाले परजीवी (चिंचड़) के काटने से फैलता हैं जिस व्यक्ति को चींचड़ काटता है उसमें 6 से 21 दिन बाद बुखार, सर्दी लगने और सिरदर्द जैसे लक्षण दिखाई देते हैं समय पर उपचार ना मिलने पर पीड़ित की मृत्यु भी हो सकती है।