जनपद के सुप्रसिद्ध चिकित्सक द्वारा हिस्ट्रीशीटर के खिलाफ धनउगाही की पुलिस अधीक्षक से की गयी लिखित शिकायत।

मऊ - मामला नगर के एक सुप्रसिद्ध चिकित्सक का है। जानकारी के लिए बताते चलें कि नगर के ब्रह्मस्थान स्थित एक निजी चिकित्सालय का है। जनपद के सुप्रसिद्ध चिकित्सक डॉ मंगला सिंह द्वारा जनपद के ही एक हिस्ट्रीशीटर पर धनउगाही की लिखित शिकायत पुलिस अधीक्षक मऊ से किया है। डॉ द्वारा पुलिस अधीक्षक के नाम से लिखे पत्र में बताया कि प्रार्थी मंगला सिंह शिवम हास्पिटल, ब्रह्मस्थान थाना कोतवाली क्षेत्र जनपद मऊ एक अस्पताल का संचालन करता है। डॉ सिंह द्वारा यह भी बताया गया कि उनकी पत्नी डॉ माधुरी सिंह व वह स्वयं विगत चालीस वर्षो से चिकित्सा के क्षेत्र में अपना योगदान दे रहे हैं। डॉ सिंह ने यह भी बताया कि उनके अस्पताल में कोई भी मरीज भर्ती होता है तथा डिस्चार्ज किया जाता है तो वह सब उनके संज्ञान में होता है। डॉ सिंह ने यह भी कहा कि जब कोरोना संक्रमण का शुरुआती दौर था, उस समय तत्कालीन जिलाधिकारी द्वारा सख्त निर्देश दिये गये थे कि कोई भी सास या सर्दी, जुखाम का अगर मरीज किसी अस्पताल में जाता है तो उसको अविलम्ब जिला अस्पताल के लिए भेजा जाये, जिससे उस व्यक्ति की कोरोना रिपोर्ट आने के पश्चात ही जिला अस्पताल के चिकित्सकों के आदेशानुसार ही कोई भर्ती निजी अस्पताल में ली जाये। डॉ सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी के इस निर्देश के कारण तथा कोविड-19 के डर के कारण कोई भी स्टाफ नही आता था सिवाय मात्र एक सफाई कर्मचारी के। डॉ सिंह द्वारा यह भी बताया गया कि चुकि उनकी पत्नी भी एक डॉक्टर है और बलिया जनपद में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक बलिया के पद पर कार्यरत हैं। डॉ सिंह ने यह भी कहा कि जनपद में उनकी पत्नी तथा उनके कुछ जानने वाले लोग ऐसे भी है जो कि उनसे तथा उनकी पत्नी डॉ माधुरी सिंह से परामर्श लेते रहते हैं। श्री सिंह ने कहा कि हम पति - पत्नी का चिकित्सा के क्षेत्र में गत 40 वर्षों में समाज मे काफी मान-सम्मान व प्रतिष्ठा अर्जित की है। डॉ सिंह ने बताया कि एक दिन उनके अस्पताल पर दिनांक 13.05.2020 की भोर में समय लगभग 4:00 बजे उनके पूर्व परिचित राष्ट्र कुँवर सिंह निवासी डुमरी मर्यादपुर जिला-मऊ के साथ देवेन्द्र सिंह पुत्र स्व कामता सिंह निवासी ग्राम हकारीपुर, थाना मधुबन, जनपद मऊ ने अपनी गर्भवती बहू को लेकर उनके अस्पताल पर आये। डॉ सिंह ने यह भी कहा कि देवेन्द्र सिंह द्वारा पहले से भी उनसे सामान्य परामर्श व दवायें ली थी। डॉ सिंह ने उनकी बहू का जिक्र करते हुए कहा कि उक्त लोगों के निवेदन पर तथा स्वयं मेरे द्वारा निवेदन करने पर उनकी पत्नी डॉ माधुरी सिंह ने प्रसुति को देखा तथा कुछ एक दवाओं का परामर्श देकर महिला की स्थिति को देखते हुये तत्काल आपरेशन की सलाह दी गयी। तब उन लोगो के द्वारा बार-बार आपरेशन करने के लिए निवेदन करने लगे, जिसके बाद डॉ माधुरी सिंह ने कहा कि यहां समुचित कर्मचारी, डाक्टर व आवश्यक उपकरण न होने के कारण उनके अस्पताल में आपरेशन सम्भव नही है। डॉ श्रीमती सिंह द्वारा उन लोगो को साफ साफ कह दिया गया था कि आप किसी अन्य चिकित्सक को तुरन्त दिखाये। डॉ सिंह ने बताया कि इसके बाद वे लोग अपने मरीज को लेकर कही चले गये, उसके बाद में उन लोगो ने किसे दिखाया, कहां भर्ती किया, क्या किया, क्या हुआ हम दोनो लोग को कुछ भी पता नहीं था और न ही इस बात से कोई मतलब ही था। डॉ सिंह ने बताया कि उनको बाद में ज्ञात हुआ कि उनके तथा उनकी पत्नी के विरुद्ध तमाम फर्जी शिकायत व झूठा मुकदमा देवेन्द्र सिंह द्वारा थाना कोतवाली नगर में दर्ज कराया गया है। जब इस बात की जानकारी होने पर अपने निजी लोगो द्वारा पता किया गया तो जानकारी यह प्राप्त हुई कि उन लोगो द्वारा जनपद के ही आशिष नर्सिंग होम में मृत शिशु का आपरेशन द्वारा पैदाईश आदि की जानकारी प्राप्त हुई। डॉ सिंह ने बताया कि वह लोग राष्ट्रकुंवर सिंह से परिचित थे, पर देवेन्द्र सिंह से बिल्कुल ही अज्ञात थे। डॉ सिंह ने बताया कि देवेन्द्र सिंह मुझसे व मेरी पत्नी के सरल स्वभाव व सीधेपन से भली भांति परिचित थे। डॉ सिंह ने यह भी बताया कि हम लोग लम्बे अपराधिक इतिहास वाले देवेन्द्र सिंह को जानते ही नहीं थे। बस इसी बात का फायदा उठाकर डॉ माधुरी सिंह द्वारा सदभावना पूर्वक दिये गये परामर्श व सहयोग को गलत रुप देकर झूठे तथ्यों व मनगढन्त कहानी बनाकर झूठी शिकायतें करने लगा तथा डॉ सिंह से 12 लाख रुपये की मांग करते हुए ब्लैकमेल करने लगा। डॉ सिंह ने बताया कि देवेन्द्र सिंह कहता था कि मैं मधुबन थाने का हिस्ट्रीशीटर हूँ और मेरे ऊपर दर्जनो मुकदमा चल रहे है और साथ ही कई थानों में मेरा नाम चलता है। डॉ सिंह ने यह भी कहा कि देवेन्द्र सिंह अपने आप को सदर विधायक मुख्तार अन्सारी का खास आदमी बताता है। देवेन्द्र सिंह द्वारा बार बार पैसों की व्यवस्था करने अथवा अन्जाम भुगतने की धमकी बराबर दी जाती रही है। डॉ सिंह ने देवेन्द्र सिंह पर यह भी आरोप लगाया कि उसके द्वारा मेरी पत्नी को एक्सीडेन्ट में मरवाने तथा मुझे मेरे अस्पताल पर मरवाने की भी बात कर रहा है। डॉ सिंह ने यह भी कहा कि उनके द्वारा जब देवेन्द्र सिंह के बारे में जानकारी प्राप्त की गई तो उसमें साफ पता चला कि देवेन्द्र सिंह सही कह रहा था, उसके नाम से मधुबन थाने में गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है। डॉ सिंह ने बताया कि उनके द्वारा पुलिस अधीक्षक मऊ को लिखित शिकायत दी गयी है तथा पुलिस द्वारा ठोस कार्यवाही का आश्वासन भी दिया गया है।