महाविद्यालय शपथग्रहण कार्यक्रम में दुर्भावना की राजनीति खुलकर सामने आई

सवांददाता दिलीप जादवानी@ कुरुद:-सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार विधानसभा सभा क्षेत्र कुरुद में उच्च शिक्षा का सबसे बड़ा केंद्र संत गुरुघासीदास स्नाकोत्तर महाविद्यालय कुरुद में आज नवनियुक्त छात्र-संघ का शपथग्रहण कार्यक्रम आयोजित है। जिसमे दुर्भावना की राजनीति खुलकर सामने आ गई है। शपथ ग्रहण में कांग्रेस संगठन के पदाधिकारियों को अतिथि बनाया गया है। जबकि जनता द्वारा निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की अनदेखी की गई है। जिसका अच्छा संदेश नगर तथा क्षेत्र में नही जा रहा है। विदित हो कि आज 22 अक्टूबर को पीजी कॉलेज कुरुद के मनोनीत छात्र-संघ का शपथग्रहण होना है जिसके मुख्य अतिथि जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा, अध्यक्षता कुरुद विधायक अजय चंद्राकर करेंगे। विशिष्ट अतिथिगण कांग्रेस जिलाध्यक्ष मोहन लालवानी, जनभागीदारी समिति अध्यक्ष श्रीमती लक्ष्मीकांता साहू, जनपद अध्यक्ष कुरुद श्रीमती पूर्णिमा साहू, ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष प्रमोद साहू, जिला किसान कांग्रेस अध्यक्ष तपन चंद्राकर को बनाया गया है। जिसमे कांग्रेस संगठन के पदाधिकारियों को विशेष तव्वजों देने का प्रयास किया गया है जबकि निर्वाचित जनप्रतिनिधियो में सांसद चुन्नीलाल साहू, जिला पंचायत अध्यक्ष रघुनंदन साहू, नगर पंचायत अध्यक्ष रविकांत चंद्राकर के अलावा क्षेत्र के निर्वाचित एवं वार्ड के पार्षद देवव्रत साहू को भी उक्त समारोह में अतिथि का दर्जा न देकर घोर उपेक्षा की गई है। जिससे उच्च शिक्षा के क्षेत्र की सबसे बड़ी संस्था में सत्ता के प्रभाव में राजनीतिकरण करने का प्रयास किया गया है जिसकी शिक्षा एवं राजनीति क्षेत्र से जुड़े लोग निंदा करते दिखाई दे रहे है। ज्ञातव्य हो कि महाविद्यालय के अधिकतर आयोजन नगर पंचायत के सहयोग से होते आया है और नगर में महाविद्यालय होने के नाते जिला के प्रथम नागरिक एवं जिला के प्रथम नागरिक को आमंत्रित करना पुराने समय से परम्परा रही है पर प्रदेश सरकार के सत्ता के प्रभाव में मनोनीत हुई जनभागीदारी समिति ने राजनीति का भेद शिक्षा के केंद्र में ला दिया है। जनभागीदारी समिति के सांसद प्रतिनिध कमलेश शर्मा ने इस विषय पर अपने राय रखते हुए बताया कि हमने जनभागीदारी समिति की बैठक में स्पष्ट रूप से मांग की थी कि संवैधानिक पदों को सुशोभित करने वाले निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को अतिथि का दर्जा देकर आमंत्रित किये जाना चाहिए जिस पर समिति की अध्यक्ष श्रीमती साहू ने अपनी सहमति दी थी पर एकाएक कांग्रेस संगठन के पदाधिकारियों को उच्च शिक्षा के केन्द्र में राजनीतिकरण करने का कुत्सित प्रयास किया गया है, जो कि सर्वथा अनुचित है। वहीं विधायक प्रतिनिधि खिलेंद्र चंद्राकर ने कहा कि यह सरकारी आयोजन है जिसमे निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को अतिथि के रूप में आमंत्रित किये जाना चाहिए था पर इसमें कांग्रेसीकरण होते दिखाई दे रहा है। इस संदर्भ में सन्त गुरुघासीदास महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ ओपी चंद्राकर से बात करने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने इस विषय पर कोई प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया।