आखिर कब होगा न्याय” आंदोलन की शुरुवात ।छटनी के विरुद्ध अनियमित कर्मचारी हो रहे लामबंध

सवांददाता दिलीप जादवानी @ रायपुर:-छटनी के विरुद्ध व् नौकरी की सुरक्षा के लिए एक बार फिर 1 लाख 80 हजार अनियमित कर्मचारी हो रहे लामबंध 20 अक्टूबर को किया जाएगा“ आखिर कब होगा न्याय”आंदोलन की शुरुवात। श्री अभिषेक ठाकुर प्रांतीय प्रवक्ता छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ ने सिटीअपडेट को आंदोलन की जानकारी देते हुवे कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के सरकार बनने के बाद लगातारअनियमित कर्मचारियों की छटनी जारी है, जो कि घोषणापत्र के बिल्कुल विपरीत है।सरकार गठन के बाद स्वास्थ्य विभाग,पंचायत विभाग,कृषि ,बिजली, शिक्षा, कौशलविकास, कंप्यूटरऑपरेटर, कंप्यूटर शिक्षक एवंअन्य कई विभागों के लगभग 5000 कर्मचारियों को निकाला जा चुका गया है, और वर्षो के कार्यानुभव रखने वालेअनियमित कर्मचारियो की जगह नए बेरोजगारों को रोजगार दिए जाने हेतु भर्तियां निकाली जा रही है, जो की न्याय के सिद्धान्त के प्रतिकूल है।जबकि पूर्व शासनकाल के समय हुए वृहद आंदोलन के समय वर्तमान प्रदेश के छत्तीसगढ़ीया मुख्यमंत्री एवं तमाम बड़े कांग्रेसी नेतागण बड़ी संख्या में सप्रेशाला मैदान के सामने रोड में बैठे आंदोलनकारी अनियमित कर्मचारियो को ढांढस बधाते हुए पूर्ण समर्थन की बात कही थी, औरअनियमित कर्मचारियो को उनका हक सरकार बनते ही देने का वायदा भी किया था, इसक्रम में घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष रहे वर्तमान कैबिनेट मंत्री श्री टीएससिंहदेव ने 1,80,000 अनियमित कर्मचारियो के योगदान को अम्बिकापुर में धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा था कि जल्द नियमितीकरण किया जाएगा, और किसी की छंटनी नही किया जाएगा। वर्तमान शासन के कार्यकाल को लगभग 10 माह हो रहा है, परन्तु अनियमित कर्मचारियो की कोई भी सुध नही लेना एक बड़े संख्या के तबके के साथ अन्याय होता प्रतीत हो रहा है, जिससे की अनियमित कर्मचारी भारी क्षुब्ध एवं रोष में है।वर्तमान कांग्रेस के शासन ने बड़े बड़े वायदे पूरे किए लेकिन अनियमित कर्मचारियों की मांग छंटनियो को बंद किया जाना और 62 वर्ष तक जॉब सिक्योरिटी पर सरकार अपना रुख स्पष्ट नही कर पाई है और प्रसाशनिक अधिकारी मनमानी पर आतुर होकर लगातार कार्यवाही करते नजर आ रहे है, इसका जल्द निराकरण ना होने की स्थिति में अनियमित कर्मचारी आंदोलन की राह में चलने का आखिरकार निर्णय ले लिया है।अनियमित कर्मचारियो के दो बड़े महासंघ का विलय हो चुका है, जिसमे संयुक्त प्रगतिशील कर्मचारी महासंघ तथा संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ के समस्त प्रदेश पदाधिकारियों ने सर्वसम्मति से संयुक्तमोर्चा के रूप में अनियमित कर्मचारियो के हितार्थ आगे कार्य करने के लिए सहमती दे दिया है। 13 अक्टूबर को हुए प्रांतीय अधिवेशन में संयुक्त मोर्चा की 14 सदस्यीय समिति गठित की जा चुकी है, जिसका संरक्षण विजय झा, मार्गदर्शन अनिल देवांगन करेंगे, तथा गोपाल प्रसाद साहू प्रांतीय अध्यक्ष के नेतृत्व में संयुक्तप्रगतिशील कर्मचारी महासंघ के बैनर तले 20 अक्टूबर को रायपुर के बूढ़ातालाब धरनास्थल पर एक बहुत विशालजनसभा, कब होगा न्याययात्रा, विरोध / समर्थन फैसलाआपका रैलीआयोजित किया जा रहा है।इस आयोजन हेतु अध्यक्ष एवं प्रांतीय समिति ने प्रदेश के समस्त अनियमित कर्मचारियो को उपस्थित होने का व्हिप जारी कर दिया है एवं स्वयं के अधिकार के लिए आगे आने की अपील भी की है। आशा अनुरूप परिणाम प्राप्त ना होने की स्थिति में संयुक्त प्रगतिशील कर्मचारी महासंघ नगरीय निकायों के चुनावो पूर्व बहुत बड़े आंदोलन का आयोजन कर व्यापक शासकीय कार्यो तथा कार्यलयों की सम्पूर्ण गतिविधियों को ठप्प कर सकता है। क्योंकि प्रदेश के समस्त विभागों में मंत्रालयीन से जमीनी स्तर पर कार्य करने वाले अधिकांश अनियमित कर्मचारी ही है।